नेपाल में Gen-Z आंदोलन ने उग्र रूप धारण कर सभी को चौंका दिया है। शुक्रवार तक कर्फ्यू बढ़ा दिया गया है। इसी बीच रामेछाप जिले की जेल में कैदियों के बड़े पैमाने पर भागने के प्रयास के दौरान नेपाली सेना ने गोलीबारी की, जिसमें 12-13 कैदी घायल हुए।
काठमांडू पोस्ट के अनुसार, जेल में बंद कैदियों ने आंतरिक ताले तोड़ने और मुख्य द्वार जबरदस्ती खोलने का प्रयास किया। सुरक्षा बलों ने तुरंत कार्रवाई करते हुए गोली चलाई और सभी कैदियों को काबू में कर लिया। रामेछाप नगरपालिका के वार्ड 8 स्थित इस जेल में 800 से अधिक कैदी बंद हैं।
देश में Gen-Z प्रदर्शन के बीच जेल तोड़ने की घटनाओं में वृद्धि हुई। सुरक्षा बढ़ा दी गई और नेपाल पुलिस एवं सशस्त्र बल के जवानों को जेल में तैनात किया गया। शुरुआती रिपोर्ट के अनुसार, नेपाल के इतिहास में यह अब तक की सबसे बड़ी जेल ब्रेक घटना है, जिसमें देशभर की 25 से अधिक जेलों से 15,000 से अधिक कैदी भागे। कुछ कैदियों को सेना ने दोबारा काबू कर लिया, जबकि कुछ स्वेच्छा से लौट आए।
नेपाल में हाल ही में 26 सोशल मीडिया एप्स पर प्रतिबंध लगाया गया था। इसके विरोध में Gen-Z सड़कों पर उतरे और कई सरकारी इमारतों में आगजनी की। इसी हिंसक प्रदर्शन के बीच प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने इस्तीफा दे दिया। नेपाली सेना ने स्थिति नियंत्रण में लाने के लिए मोर्चा संभाला। झड़पों में अब तक 30 लोग मारे गए और 1,000 से अधिक घायल हुए हैं। काठमांडू सहित कई शहरों में सुरक्षा के मद्देनजर कर्फ्यू लगाया गया है, जो शुक्रवार सुबह तक जारी रहेगा।