अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (आईएसएस) में कदम रखकर इतिहास रचने वाले ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला ने सोमवार शाम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भेंट की। उन्होंने प्रधानमंत्री को अपने मिशन और अंतरिक्ष यात्रा के दौरान किए गए प्रयोगों की जानकारी दी। पीएम मोदी ने गले लगाकर उनका अभिनंदन किया और इस उपलब्धि को देश का गौरव बताया।

https://twitter.com/ANI/status/1957440038230278298?t=czY6DoJ4QWr0kFWQ-lySiQ&s=19

रविवार सुबह भारत लौटने पर शुभांशु का दिल्ली एयरपोर्ट पर जोरदार स्वागत हुआ। ढोल-नगाड़ों के बीच केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह, दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता, इसरो प्रमुख वी. नारायणन सहित बड़ी संख्या में लोग उन्हें बधाई देने पहुंचे। उनकी पत्नी कामना और बेटा कियाश भी स्वागत के लिए मौजूद रहे। करीब एक वर्ष बाद वतन लौटे शुभांशु ने अमेरिका में प्रशिक्षण लिया था। उनके साथ मिशन के लिए बैकअप अंतरिक्ष यात्री ग्रुप कैप्टन प्रशांत बालकृष्णन नायर भी भारत लौटे।

शुभांशु अब अपने गृहनगर लखनऊ जाएंगे और 22-23 अगस्त को राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस समारोह में भाग लेने के लिए दिल्ली लौटेंगे।

लोकसभा में विशेष चर्चा का प्रस्ताव
सरकार ने सोमवार को लोकसभा में विशेष चर्चा का प्रस्ताव रखा है, जिसमें शुभांशु की वापसी और भारत के अंतरिक्ष कार्यक्रम की भावी भूमिका पर विचार होगा।

‘घर लौटकर अच्छा लग रहा’ – शुभांशु
स्वागत के दौरान केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने इसे भारत और इसरो के लिए गर्व का क्षण बताया। जवाब में शुभांशु ने आभार व्यक्त करते हुए कहा कि घर लौटना बेहद सुखद है।

18 दिन का मिशन, 60 से अधिक प्रयोग
शुभांशु 25 जून को फ्लोरिडा से रवाना हुए एक्सिओम-4 मिशन का हिस्सा थे, जो 26 जून को आईएसएस पहुंचा। 15 जुलाई को वापसी से पहले उन्होंने 18 दिनों तक तीन अन्य अंतरिक्ष यात्रियों—अमेरिका की पैगी व्हिटसन, पोलैंड के स्लावोज उज्नान्स्की-विस्नीव्स्की और हंगरी के टिबोर कापू—के साथ 60 से अधिक वैज्ञानिक प्रयोग और 20 आउटरीच सत्र किए।