केरल सरकार की तारीफ करने वाले अपने लेख को लेकर जारी विवाद के बीच कांग्रेस कार्यसमिति के सदस्य और सांसद शशि थरूर ने सोमवार को अपने फेसबुक पेज से एक पोस्ट हटा लिया, जिसमें माकपा को 'नरभक्षी' कहा गया था। 

दरअसल, केरल प्रदेश कांग्रेस समिति (केपीसीसी) ने मारे गए कांग्रेस कार्यकर्ताओं की याद में फेसबुक पर एक पोस्ट डाला था, जिसे दोनों की तस्वीर को साझा करते हुए उन्होंने लिखा था- हमारे भाई माकपा के नरभक्षियों द्वारा मारे गए। हालांकि, कुछ घंटों बाद ही उन्होंने इस पोस्ट को हटा लिया और एक नया पोस्ट डाला, जिसमें उन्होंने दोनों कांग्रेस कार्यकर्ताओं कृपेश और शरतलाल की तस्वीरें तो साझा की, लेकिन इसमें माकपा का कोई जिक्र नहीं किया। 

नई फेसबुक पोस्ट में माकपा का जिक्र नहीं
नए पोस्ट में थरूर ने लिखा, मैं शरतलाल और कृपेश की याद में श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं। एक लोकतांत्रिक राजतनीतिक प्रणाली में हमें यह याद रखना चाहिए कि हिंसा कभी भी मतभेदों का समाधान नहीं हो सकती। 

लेख में की केरल सरकार की तारीफ
यह घटनाक्रम उस समय हुआ है, जब थरूर को केरल सरकार की तारीफ करने वाले लेख को लेकर कांग्रेस कांग्रेस कार्यकर्ताओं की ओर से आलोचनाओं का सामना करना पड़ रहा है। इस लेख में उन्होंने केरल में वामपंथी सरकार के दौरान उद्यमिता के विकास की तारीफ की थी। 

केपीसीसी प्रमुख सुधाकरन ने दी प्रतिक्रिया
थरूर के लेख को लेकर विवाद बढ़ने के बीच केपीसीसी प्रमुख के. सुधाकरन ने कहा कि उन्होंने थरूर से सीधे बात की और उन्हें अच्छी सलाह दी। सुधाकरन ने कहा, निजी रूप से हर किसी के पास अपनी राय हो सकती है, लेकिन पार्टी अपनी आधिकारिक स्थिति तय करती है। जब उनसे थरूर से सीडब्ल्यूसी से इस्तीफा देने की मांग करने वाले नेताओं के बारे में पूछा गया, तो सुधाकर ने कहा, पार्टी को तय करने दीजिए। उन्होंने कहा, यह फैसला आलाकमान लेगी। पार्टी सक्षम नेताओं के हाथों में है। कांग्रेस में कोई विद्रोह नहीं है।