प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से रोजगार मेले के अंतर्गत सरकारी विभागों और संगठनों में चयनित 51000 से अधिक अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र वितरित किए. इस दौरान उन्होंने सभी देशवासियों को धनतेरस की बधाई दी है. पीएम मोदी ने कहा कि इस बार की दिवाली बहुत खास है. 500 सालों के बाद पहली बार अयोध्या में अपने घर में प्रभू श्री राम विराजमान हैं.

पीएम मोदी ने कहा कि इस दीपावली की प्रतीक्षा में कई पीढ़ियां गुजर गईं, लाखों लोगों ने बलिदान दिए, यातनाएं झेलीं. हम सभी बहुत सौभाग्यशाली हैं, जो ऐसी विशेष, खास और भव्य दीपावली के साक्षी बनेंगे. उत्सव के इस माहौल में आज इस पावन दिन पर रोजगार मेले में 51,000 नौजवानों को सरकारी नौकरी के नियुक्ति पत्र दिए जा रहे हैं. मैं आप सबको बहुत-बहुत बधाई और शुभकामनाएं देता हूं.

परमानेंट सरकारी नौकरी देने का सिलसिला लगातार जारी- पीएम

उन्होंने कहा कि देश के लाखों युवाओं को भारत सरकार में परमानेंट सरकारी नौकरी देने का सिलसिला लगातार जारी है. बीजेपी और NDA शासित राज्यों में भी लाखों युवाओं को नियुक्ति पत्र दिए गए हैं. अभी-अभी हरियाणा में तो नई सरकार बनते ही 26 हजार युवाओं को नौकरी का उपहार मिला है. इन दिनों हरियाणा में एक उत्सव का माहौल है. हरियाणा में हमारी सरकार की विशेष पहचान है. वहां की सरकार नौकरी देती तो है, लेकिन बिना खर्ची-बिना पर्ची के नौकरी देती है. मैं आज हरियाणा सरकार में नियुक्ति पत्र पाने वाले युवाओं को विशेष बधाई देता हूं.

प्रधानमंत्री ने कहा कि देश के युवाओं को ज्यादा से ज्यादा रोजगार मिले, ये हमारा कमिटमेंट है. सरकार की नीतियों और निर्णयों का भी रोजगार सृजन पर सीधा प्रभाव होता है. आज एक्सप्रेस वे, हाइवे, रोड, रेल, पोर्ट, एयरपोर्ट, फाइबर लाइन बिछाने का काम, नए-नए उद्योगों का विस्तार, देश के कोने-कोने में हो रहा है. कल मैं वडोदरा में था. वहां मुझे डिफेंस सेक्टर के लिए एयरक्राफ्ट बनाने वाली फैक्ट्री का उद्घाटन करने का अवसर मिला. इस फैक्ट्री में हजारों लोगों को प्रत्यक्ष रूप से रोजगार मिलेगा, लेकिन नौकरी के जितने अवसर तैयार होंगे, उससे कहीं ज्यादा एयरक्राफ्ट के स्पेयर पार्ट्स बनाने के लिए बहुत सारे छोटे-छोटे कारखानों का जाल बनेगा. ये पार्ट्स देश के कोने-कोने में स्थित हमारे MSMEs बनाएंगे और बहुत सारे नए MSMEs आएंगे.

3 करोड़ महिलाओं को लखपति दीदी बनाने का लक्ष्य

उन्होंने कहा कि हमारी लखपति दीदी योजना ने ग्रामीण महिलाओं को रोजगार और स्व-रोजगार के नए साधन दिए हैं. पिछले 1 दशक में 10 करोड़ महिलाएं SHGs से जुड़ी हैं. मतलब 10 करोड़ महिलाएं स्व-रोजगार के कारण कमाने लगी हैं और सरकार ने इन्हें पूरी तरह सपोर्ट किया है. हमारी सरकार ने इन महिलाओं में से 3 करोड़ महिलाओं को लखपति दीदी बनाने का लक्ष्य रखा है. अब तक करीब 1.25 करोड़ महिलाएं लखपति दीदी बन चुकी हैं. मतलब उनकी एक साल की आय 1 लाख रुपए से ज्यादा हो गई है.