ग्रेटर नोएडा। भारतीय महिला मुक्केबाजों ने गुरुवार को वर्ल्ड बॉक्सिंग कप फाइनल 2025 में कमाल का प्रदर्शन कर देश का मान बढ़ाया। मीनाक्षी हुड्डा, अरुंधति चौधरी और प्रीति पंवार ने अपने-अपने फाइनल मुकाबले जीतकर भारत के लिए लगातार तीन स्वर्ण पदक जीते। अंतिम दिन कुल 15 भारतीय मुक्केबाज स्वर्ण पदक के लिए रिंग में उतरें थे, जिनमें से इन तीनों ने सबसे पहले जीत का झंडा फहराया।
मीनाक्षी हुड्डा ने दिलाया पहला स्वर्ण
48 किलोग्राम वर्ग में मीनाक्षी हुड्डा ने पहला स्वर्ण पदक अपने नाम किया। उन्होंने फाइनल में उज्बेकिस्तान की फरजोना फोजिलोवा को 5-0 से मात दी। मैच की शुरुआत में थोड़ी घबराहट महसूस करने वाली मीनाक्षी ने अपने तीखे काउंटर पंच और उत्कृष्ट तकनीक से मुकाबला पूरी तरह अपने नियंत्रण में रखा। जीत के बाद उन्होंने दर्शकों का धन्यवाद किया और कहा कि भीड़ का उत्साह उन्हें आत्मविश्वास देने वाला रहा।
अरुंधति और प्रीति ने भी स्वर्ण पदक पक्का किया
मीनाक्षी की सफलता के बाद, अरुंधति चौधरी और प्रीति पंवार ने भी फाइनल मुकाबले जीतकर स्वर्ण पदक की हैट्रिक पूरी की। 70 किलोग्राम वर्ग में अरुंधति ने उज्बेकिस्तान की अजीजा ज़ोकिरोवा को मात दी। वहीं, 54 किलोग्राम वर्ग में प्रीति पंवार ने इटली की सिरीन चर्राबी को हराकर भारत के लिए तीसरा स्वर्ण पदक सुनिश्चित किया।
बाकी दिग्गजों पर भी सबकी नजर
वर्ल्ड बॉक्सिंग कप के अंतिम दिन कुल 15 भारतीय मुक्केबाज स्वर्ण पदक के लिए प्रतिस्पर्धा कर रहे थे। मीनाक्षी, अरुंधति और प्रीति के अलावा विश्व चैंपियन जैस्मीन लाम्बोरिया (57 किग्रा) और दो बार की पूर्व विश्व चैंपियन निखत ज़रीन (51 किग्रा) भी इस दिन रिंग में उतरकर देश के लिए पदक दिलाने की कोशिश में लगी थीं।
भारतीय महिला मुक्केबाजों का यह प्रदर्शन खेल जगत में देश का गौरव बढ़ाने वाला रहा और आने वाले समय में इनकी संभावनाओं पर उम्मीदें और बढ़ गई हैं।