भारतीय क्रिकेट के दिग्गज स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने इंडियन प्रीमियर लीग से संन्यास की घोषणा कर दी है। उन्होंने बुधवार को सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए यह जानकारी साझा की। बीते सीजन में वह चेन्नई सुपर किंग्स का हिस्सा थे, लेकिन उनका प्रदर्शन उम्मीद के मुताबिक नहीं रहा। सीएसके ने उन्हें 9.75 करोड़ रुपये में खरीदा था।

सीएसके से रिश्तों पर उठे सवाल

पिछले कुछ समय से चर्चाएं थीं कि फ्रेंचाइजी उन्हें टीम से बाहर कर सकती है। इसको लेकर अश्विन ने प्रबंधन से जवाब भी मांगा था। माना जा रहा है कि इसी खींचतान ने दोनों के बीच दूरियां बढ़ा दीं। दिलचस्प यह है कि उन्होंने अपने आईपीएल करियर की शुरुआत भी सीएसके से की थी और अब अंत भी इसी टीम के साथ किया।

चेन्नई में जन्मे अश्विन 2009 से 2015 तक लगातार सीएसके का हिस्सा रहे। मौजूदा सीजन में उन्होंने नौ मैचों में सिर्फ सात विकेट हासिल किए। टीम का प्रदर्शन भी निराशाजनक रहा और चेन्नई सुपर किंग्स 14 मैचों में चार जीत और दस हार के साथ अंकतालिका में दसवें स्थान पर रही। वहीं, दक्षिण अफ्रीकी बल्लेबाज डेवाल्ड ब्रेविस को लेकर उनके बयान ने भी काफी विवाद खड़ा किया था, जिस पर बाद में उन्हें सफाई देनी पड़ी थी।

अचानक संन्यास से फिर चौंकाया

यह पहली बार नहीं है जब अश्विन ने अचानक संन्यास का फैसला लिया। पिछले साल ऑस्ट्रेलिया दौरे पर तीसरे टेस्ट के बाद भी उन्होंने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास की घोषणा कर सबको हैरान कर दिया था। हालांकि, उन्होंने अब साफ किया है कि वह तमिलनाडु प्रीमियर लीग जैसी अन्य घरेलू और विदेशी लीगों में खेलते रहेंगे।

अश्विन का ट्वीट

अश्विन ने लिखा, “आज का दिन मेरे लिए खास है। कहा जाता है कि हर अंत एक नई शुरुआत लेकर आता है। मेरा आईपीएल सफर यहीं खत्म होता है, लेकिन अब दुनिया की अलग-अलग लीगों में नए अनुभवों की शुरुआत होगी। मैं उन सभी फ्रेंचाइजियों का आभारी हूं, जिन्होंने मुझे यादगार पल दिए। साथ ही आईपीएल और बीसीसीआई का भी धन्यवाद, जिन्होंने मुझे इतना बड़ा मंच दिया। आने वाले समय का पूरा आनंद उठाने को उत्साहित हूं।”

आईपीएल में अश्विन का सफर

अश्विन ने अपने लंबे आईपीएल करियर में चेन्नई सुपर किंग्स के अलावा राइजिंग पुणे सुपरजायंट्स, पंजाब किंग्स, दिल्ली कैपिटल्स और राजस्थान रॉयल्स का प्रतिनिधित्व किया। पंजाब किंग्स की ओर से उन्होंने कप्तानी भी की। 220 मुकाबलों में उन्होंने 187 विकेट चटकाए और 7.2 का इकॉनमी रेट दर्ज किया। 34 रन देकर चार विकेट उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन रहा। वहीं बल्ले से उन्होंने 833 रन बनाए, जिसमें एक अर्धशतक शामिल है।

आईपीएल ने ही अश्विन को पहचान दिलाई और इसी मंच से वह भारतीय टीम तक पहुंचे। अब यह दिग्गज फिरकी गेंदबाज इस प्रतिष्ठित लीग में खेलता हुआ नजर नहीं आएगा।