विश्व शतरंज चैंपियन डी गुकेश ने अमेरिका के सेंट लुईस में आयोजित क्लच चेस चैंपियंस शोडाउन 2025 में अमेरिकी ग्रैंडमास्टर हिकारू नाकामुरा को रैपिड फॉर्मेट में हराकर मिनी मैच अपने नाम किया। यह जीत सिर्फ एक मुकाबले की नहीं थी, यह उस विवाद का जवाब भी थी जिसने कुछ हफ्ते पहले शतरंज जगत को हिला दिया था। दरअसल, कुछ समय पहले दोनों के बीच खेले गए मुकाबले के दौरान नाकामुरा ने गुकेश को हराने के बाद उनका किंग मोहरा उठाकर दर्शकों की ओर फेंक दिया था, जिससे भारी विवाद खड़ा हो गया था। 

गुकेश ने शालीनता से जीता दिल
गुकेश ने राउंड 2 के पहले गेम में काले मोहरों से खेलते हुए शानदार रणनीति के साथ जीत दर्ज की। इसके बाद सभी की नजरें उनके रिएक्शन पर थीं। लेकिन गुकेश ने अपनी भावनाओं पर काबू पाते हुए शांति से बोर्ड को रीसेट किया, मोहरों को उनकी जगह पर रखा और नाकामुरा से हाथ मिलाया। उनकी इस प्रतिक्रिया ने प्रशंसकों का दिल जीत लिया। सोशल मीडिया पर भी इसका वीडियो काफी तेजी से वायरल है। प्रशंसकों का कहना है कि 'गुकेश ने खेल भावना की मिसाल पेश की'।

चेकमेट: भारत बनाम अमेरिका' प्रदर्शनी इवेंट का हाल ही में टेक्सास के आर्लिंगटन में आयोजन किया गया था। इस दौरान  अमेरिकी ग्रैंडमास्टर हिकारु नाकामुरा ने भारत के युवा ग्रैंडमास्टर और विश्व चैंपियन डी गुकेश को हराने के बाद उनके राजा के मोहरे को दर्शकों की ओर फेंक दिया। इस निंदनीय कदम ने सोशल मीडिया पर चर्चा और आलोचना का तूफान खड़ा कर दिया। 

हालांकि बाद में यह रिपोर्ट सामने आई कि राजा के मोहरे को फेंकने की हरकत आयोजकों द्वारा पहले से ही योजना बनाई गई थी। प्रसिद्ध शतरंज विशेषज्ञ लेवी रोजमन ने अपने यूट्यूब चैनल पर बताया, 'बिना संदर्भ के यह एक अप्रत्याशित और असम्मानजनक हरकत लग सकती है। लेकिन आयोजकों ने हमें इसे करने के लिए प्रोत्साहित किया था। मुझे याद है कि अगर मैंने या सागर शाह ने जीत हासिल की, तो हमें राजा के मोहरे को तोड़ना था। यह सब मनोरंजन के लिए था। गुकेश और हिकारु के मैच का विजेता राजा के मोहरे को दर्शकों में फेंकता। मुझे नहीं पता कि गुकेश ऐसा करते या नहीं। हिकारु ने बाद में गुकेश से बात की और बताया कि यह केवल शो के लिए था और कोई अपमान नहीं था।'