भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने अपने शानदार प्रदर्शन से ऑस्ट्रेलिया की जीत की लय तोड़ दी और फाइनल में जगह बना ली। सेमीफाइनल में भारत ने गत चैंपियन ऑस्ट्रेलिया को पांच विकेट से मात देकर इतिहास रच दिया। टीम की जीत की नायिका रहीं जेमिमा रॉड्रिग्ज़ और कप्तान हरमनप्रीत कौर, जिन्होंने तीसरे विकेट के लिए शानदार साझेदारी करते हुए टीम को फाइनल तक पहुंचाया।

पहले बल्लेबाजी करते हुए ऑस्ट्रेलिया ने फोएबे लिचफील्ड के शतक और एलिस पैरी व एश्ले गार्डनर के अर्धशतकों की मदद से 49.5 ओवर में 338 रन बनाए। जवाब में भारत ने 48.3 ओवर में पांच विकेट खोकर 341 रन बनाकर लक्ष्य हासिल कर लिया।

शानदार साझेदारी बनी जीत की कुंजी
जेमिमा रॉड्रिग्ज़ ने 134 गेंदों पर 14 चौकों की मदद से नाबाद 127 रन बनाए, जबकि कप्तान हरमनप्रीत कौर ने 89 रन की पारी खेली। दोनों के बीच 167 रनों की साझेदारी ने मैच का रुख भारत की ओर मोड़ दिया। यह महिला विश्व कप के नॉकआउट मैचों में भारत की सबसे बड़ी साझेदारी साबित हुई।

भारत के शुरुआती झटकों के बाद संभली पारी
लक्ष्य का पीछा करते हुए भारत की शुरुआत कमजोर रही। शेफाली वर्मा और स्मृति मंधाना जल्दी पवेलियन लौट गईं। लेकिन इसके बाद जेमिमा और हरमनप्रीत ने मोर्चा संभालते हुए टीम को मजबूत स्थिति में पहुंचाया।

ऑस्ट्रेलिया की पारी में लिचफील्ड का दमदार प्रदर्शन
ऑस्ट्रेलिया के लिए लिचफील्ड ने 119 रन बनाए और पैरी के साथ 155 रनों की साझेदारी की। वहीं, एश्ले गार्डनर ने तेजतर्रार 63 रन जोड़े। भारत की ओर से दीप्ति शर्मा और श्री चरण ने दो-दो विकेट लिए।

तीसरी बार फाइनल में भारत
भारत की महिला टीम तीसरी बार वनडे वर्ल्ड कप के फाइनल में पहुंची है। इससे पहले 2005 और 2017 में टीम फाइनल में पहुंची थी, लेकिन खिताब जीतने से चूक गई थी। इस बार टीम के पास इतिहास रचने का सुनहरा मौका है।

अब भारत का मुकाबला रविवार को फाइनल में दक्षिण अफ्रीका से होगा, जिसने इंग्लैंड को हराकर फाइनल में जगह बनाई है।