कांग्रेस नेता राहुल गांधी द्वारा जेन-जी (Generation Z) को लेकर शेयर किए गए पोस्ट पर भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। दुबे ने आरोप लगाया है कि राहुल गांधी ऐसी गतिविधियों के जरिए देश में दंगे-फसाद और गृहयुद्ध भड़काना चाहते हैं तथा वे कथित रूप से विदेशी संगठनों के सहयोग से राष्ट्रीय एकता को चुनौती दे रहे हैं।
भाजपा सांसद ने कहा कि जेन-जी युवाओं का वह वर्ग है जो देश के भविष्य और शासन-प्रणाली पर सवाल उठाता है और परिवर्तन चाहता है। दुबे ने जैसा तर्क दिया, वह बताना चाहते हैं कि इसी तरह के युवा आंदोलनों का असर पड़ोसी देशों नेपाल व बांग्लादेश में भी देखा गया, जहां उन्होंने कहा कि आंदोलन ने राजनीतिक हलचल मचाई। उन्होंने यह भी दावा किया कि यदि जेन-जेड सक्रिय होकर सड़कों पर उतरे तो कांग्रेस और उसके सहयोगियों को देश छोड़कर भागना पड़ सकता है।
दुबे ने कांग्रेस पर परिवारवाद और घोटालों के आरोप भी दोहराए। उन्होंने कहा कि पिछले 11 वर्षों में उनकी पार्टी पर किसी तरह का भ्रष्टाचार का आरोप नहीं लगा है, जबकि कांग्रेस पर कथित तौर पर अनेक भ्रष्टाचार मामलों के आरोप रहे हैं। उन्होंने जेन-जेड आंदोलन को “भ्रष्टाचार और परिवारवाद के विरुद्ध” आंदोलन बताते हुए कांग्रेस पर प्रत्यक्ष टिप्पणी की और कहा कि कुछ राजनीतिक दलों ने आंदोलन का रुख बदलकर गठजोड़ और सत्ता-साझेदारी कर ली।
सांसद ने आगे कहा कि भारत धर्मनिरपेक्ष राष्ट्र है और यदि किसी आंदोलन के तहत किसी धार्मिक पहचान या हिंदू राष्ट्र जैसी मांग उठती है तो वह संवैधानिक रूप से स्वीकार्य नहीं होगी। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि कांग्रेस जेन-जेड का इस्तेमाल देश के विघटन के प्रयासों के लिए कर रही है और इसमें विदेशी फंडिंग—विशेषकर सोरोस फाउंडेशन—जैसी संस्थाओं का हाथ है।
भाजपा की ओर से दिए गए बयान में यह भी कहा गया कि पार्टी जेन-जेड के सकारात्मक मुद्दों के साथ खड़ी है और हिंसा या अव्यवस्था को बढ़ावा नहीं देगी। सांसद ने युवा सशक्तिकरण के पक्ष में बात करते हुए बताया कि केंद्र सरकार और पार्टी युवाओं को राजनीति में जोड़ने के प्रयास कर रही हैं।
कांग्रेस की ओर से इस विषय पर अभी तक कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है।