बिहार लोक सेवा आयोग ने प्रशांत किशोर के बाद अब शिक्षक खान सर और रहमान सर को लीगल नोटिस भेजा है। बीपीएससी ने अपने वकील के जरिए शिक्षक फैजल खान और गुरु एम रहमानसे कहा कि आपने आयोग पर कई तरह के निराधार आरोप लगाए हैं। साथ ही आयोग के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी की है। आपके जैसे शिक्षक से ऐसी भाषा का प्रयोग कर शिक्षकों को भड़काने की उम्मीद नहीं की जाती है। इसलिए आप साक्ष्य प्रस्तुत करें कि आपने किस आधार पर इतने आरोप लगाये। अन्यथा आपके ऊपर कार्रवाई की जाएगी।
आपने आयोग को बकलोल, बेशर्म कहा
बीपीएससी ने अपने वकील के जरिए खान सर से कहा कि आपने आयोग को बकलोग, बेशर्म कहा। इस तरह की टिप्पणियों और तथ्यहीन आरोपों से बीपीएससी की छवि धूमिल हुई है। बिहार लोक सेवा आयोग बिहार राज्य के अंतर्गत विभिन्न सेवाओं और पदों के लिए विभिन्न परीक्षाओं और साक्षात्कारों का आयोजन करता है और परीक्षा के लिए निर्धारित मानदंडों और आरक्षण के आधार पर राज्य सरकार को सफल उम्मीदवारों की सूची की सिफारिश करता है और इस तरह बुनियादी कार्यों में से एक है बिहार लोक सेवा आयोग राज्य सरकार के अधीन किसी सेवा या पद पर भर्ती के लिए उम्मीदवारों की योग्यता और उपयुक्तता का आकलन करने के लिए परीक्षा, साक्षात्कार आयोजित करता है।
खान सर के इन बयानों से नाराज हुआ आयोग
बीपीएससी की ओर से भेजी गई नोटिस में लिखा है कि आपने (खान सर) आयोग से पुष्टि किए बिना, 70वीं संयुक्त (प्रारंभिक) प्रतियोगी परीक्षा में सामान्यीकरण के कार्यान्वयन के बारे में गलत सूचना और अफवाहें फैलाई और छात्रों को उकसाया। निराधार अफवाहों पर बिहार लोक सेवा आयोग के खिलाफ इकट्ठा होने और विरोध करने के इच्छुक हो गए। आपने यूट्यूब पर वीडियो अपलोड किया है और समाचार चैनलों को बयान दिया है। जिसमें आपने बीपीएससी अध्यक्ष के बारे में अपमानजनक और दुर्भावनापूर्ण टिप्पणी की।
अधिकारियों के खिलाफ अभद्र भाषा का प्रयोग किया। जैसे कि बकलोल कहि का। आपने यह भी कहा कि जैसे वो सब फर्जी नौकरी ले लिया ना "बेशरम, साला उप्पर जाके जवाब देना है। कोढ़ी फूट जाएगा। आओग ने धांधली किया है। आयोग का पूरा मिलभगत है। जब भी एसडीएम की सीट आएगा डीएसपी का सीट, आयोग सारा सीट बेच दिया जाएगा। इस तरह अपमानजनक और गलत भाषा का ऐसा उपयोग न केवल मानहानि, अपमानजनक और दुर्भावनापूर्ण है, बल्कि आयोग के खिलाफ भी कठोर है, आयोग की प्रतिष्ठा को कम कर रहा है। आपके कद के शिक्षक से इस तरह की भाषा का उपयोग करने और छात्रों को भड़काने की उम्मीद नहीं है, यही परिणाम एक भयानक कानून और व्यवस्था की स्थिति में है। आप बिहार लोक सेवा आयोग की प्रतिष्ठा को भारी नुकसान पहुंचाने के लिए उत्तरदायी हैं और दूसरी ओर आप अफवाह फैलाने वाले के लिए भी उत्तरदायी हैं जो उम्मीदवारों के भविष्य को भी नुकसान पहुंचा सकते हैं। इसलिए आप नोटिस का जवाब दें अन्यथा आपके ऊपर विधि संगत कार्रवाई की जाएगी।