कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और सांसद राहुल गांधी, पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और सांसद प्रियंका गांधी के खिलाफ मुजफ्फरपुर के मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी (CJM) की अदालत में मामला दर्ज किया गया है। यह मामला राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के खिलाफ कथित अभद्र टिप्पणी को लेकर दायर किया गया है।

अधिवक्ता सुधीर ओझा ने दाखिल किया परिवाद
इस मामले में मुजफ्फरपुर के अधिवक्ता सह परिवादी सुधीर कुमार ओझा ने CJM कोर्ट में शिकायत दर्ज कराई है। उन्होंने आरोप लगाया है कि बजट सत्र के दौरान सदन में अभिभाषण खत्म होने के बाद जब राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू सदन से बाहर निकल रही थीं, तब राहुल गांधी, सोनिया गांधी और प्रियंका गांधी ने उन पर अपमानजनक टिप्पणी की।

परिवादी का कहना है कि यह टिप्पणी राष्ट्रपति पद की गरिमा को ठेस पहुंचाने वाली थी और इससे देश की भावना आहत हुई है। इसी आधार पर भारतीय दंड संहिता (IPC) की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है।

कोर्ट ने तय की सुनवाई की तारीख
अधिवक्ता सुधीर ओझा की ओर से दायर इस परिवाद को मुजफ्फरपुर CJM कोर्ट ने स्वीकार कर लिया है। इस मामले पर सुनवाई के लिए 10 फरवरी की तारीख मुकर्रर की गई है।

परिवादी का कहना है कि राष्ट्रपति देश का सर्वोच्च संवैधानिक पद होता है। उनके खिलाफ की गई किसी भी टिप्पणी को हल्के में नहीं लिया जा सकता। उन्होंने अदालत से अनुरोध किया है कि राहुल गांधी, सोनिया गांधी और प्रियंका गांधी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए।

कांग्रेस की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं
इस मामले के सामने आने के बाद राजनीतिक गलियारों में हलचल मच गई है। हालांकि, अभी तक कांग्रेस पार्टी या गांधी परिवार की ओर से इस पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है।

पहले भी अदालत में दायर हो चुके हैं ऐसे मामले
गौरतलब है कि मुजफ्फरपुर की अदालत में पहले भी कई चर्चित नेताओं के खिलाफ इस तरह के परिवाद दायर होते रहे हैं। अधिवक्ता सुधीर ओझा पहले भी विभिन्न नेताओं के खिलाफ अभद्र टिप्पणी, राष्ट्र विरोधी गतिविधियों और धार्मिक भावनाएं आहत करने के आरोपों में मुकदमे दायर कर चुके हैं।

सोनिया-राहुल ने क्या कहा था?
गौरतलब है कि संसद के बजट सत्र की शुरुआत में शुक्रवार को दोनों सदनों के संयुक्त सत्र को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने संबोधित किया था। जिस पर प्रतिक्रिया देते हुए कांग्रेस नेता और राज्यसभा सांसद सोनिया गांधी ने संसद के बाहर राष्ट्रपति को बेचारी (पूअर थिंग) कहा। वहीं, कांग्रेस नेता और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने भी राष्ट्रपति के अभिभाषण को बोरिंग बताया था। कांग्रेस नेताओं की इन टिप्पणियों की राष्ट्रपति भवन ने कड़ी निंदा की है।

सोनिया गांधी का पूरा बयान
कांग्रेस संसदीय दल की प्रमुख और राज्यसभा सांसद सोनिया गांधी ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के अभिभाषण के बाद कहा कि वह अपने संबोधन के आखिर तक थक गई थीं और बहुत मुश्किल से बोल पा रही थीं। उन्होंने संसद परिसर में पत्रकारों से बातचीत में कहा कि अंत तक राष्ट्रपति बहुत थक गई थीं...वह मुश्किल से बोल पा रही थीं, बेचारी।'

मां के बचाव में उतरीं प्रियंका
भाजपा नेताओं की माफी की मांग पर प्रियंका गांधी ने पलटवरा किया। उन्होंने कहा कि भाजपा को पहले देश को बर्बाद करने के लिए माफी मांगनी चाहिए। साथ ही प्रियंका गांधी ने कहा कि मेरी मां 70-80 साल की महिला हैं, उन्होंने बस इतना कहा है कि राष्ट्रपति ने इतना लंबा भाषण पढ़ा और वह थक गई होंगी, बेचारी...। 

'वे राष्ट्रपति का पूरा सम्मान करती हैं'
प्रियंका गांधी ने आगे कहा कि मेरी मां भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का पूरा सम्मान करतीं हैं। उन्होंने कहा कि मुझे लगता है कि यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है कि इस तरह की बातों को मीडिया द्वारा तोड़-मरोड़ कर पेश किया जाता है। वे दोनों सम्मानित लोग हैं और हमसे उम्र में बड़े हैं...उनका कोई अपमान करने का इरादा नहीं है।