बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर एनडीए गठबंधन में सीट बंटवारे पर लंबे मंथन के बाद आखिरकार सहमति बन गई है। दिल्ली में हुई अहम बैठक के बाद सीटों का आधिकारिक ऐलान किया गया। भाजपा और जदयू को 101-101 सीटें दी गई हैं, जबकि चिराग पासवान की लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) को 29 सीटों पर चुनाव लड़ने का मौका मिला है। वहीं, राष्ट्रीय लोकमत (RLM) और हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (HAM) को 6-6 सीटें मिली हैं।
चिराग पासवान ने सीट बंटवारे के बाद सोशल मीडिया पर लिखा कि “एनडीए परिवार ने सौहार्दपूर्ण वातावरण में सीटों का बंटवारा पूरा किया है।” यह बयान उस स्थिति में आया है जब पिछले कई दिनों से गठबंधन के भीतर सीट वितरण को लेकर खींचतान की खबरें सामने आ रही थीं।
सूत्रों के अनुसार, 11 अक्टूबर को दिल्ली में हुई बैठक में सीटों पर अंतिम सहमति बनी, जिसके बाद अगले दिन यानी 12 अक्टूबर को बिहार चुनाव प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान ने इसकी औपचारिक घोषणा की। बताया जा रहा है कि HAM प्रमुख जीतन राम मांझी ने शुरुआत में 15 सीटों की मांग की थी, लेकिन अंततः 6 सीटों पर सहमति बनी। वहीं, चिराग पासवान 35 सीटों पर जोर दे रहे थे, पर बातचीत के बाद वे 29 सीटों पर मान गए।
“संतुष्ट हैं, कोई नाराजगी नहीं” – मांझी
हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के संस्थापक और केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने कहा कि सीट बंटवारे को लेकर पार्टी में कोई असहमति नहीं है। उन्होंने कहा, “हमें जितनी सीटें दी गई हैं, वह आलाकमान का निर्णय है और हम उसे पूरी तरह स्वीकार करते हैं।”
दो चरणों में होगा मतदान, 14 नवंबर को आएंगे नतीजे
बिहार की 243 विधानसभा सीटों पर दो चरणों में मतदान होगा। पहले चरण की वोटिंग 6 नवंबर को 121 सीटों पर होगी, जबकि दूसरे चरण में 11 नवंबर को 122 सीटों पर वोट डाले जाएंगे। मतगणना 14 नवंबर को होगी। राज्य में कुल 7 करोड़ 42 लाख मतदाता हैं, जिनमें 3 करोड़ 92 लाख पुरुष और 3 करोड़ 49 लाख महिलाएं शामिल हैं।