पटना: बिहार में एनडीए में सीट बंटवारे और चुनावी रणनीति को लेकर चर्चा जारी है। बुधवार को राष्ट्रीय लोक मोर्चा (RLM) के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने लोक जनशक्ति पार्टी (LJP) के नेता चिराग पासवान से अहम बैठक की। हालांकि, बीजेपी नेतृत्व के साथ औपचारिक बैठक अक्टूबर के पहले सप्ताह में होने की संभावना है।
सूत्रों के अनुसार, एनडीए के घटक दलों के नेता लगातार फोन और अन्य माध्यमों से बीजेपी शीर्ष नेतृत्व के संपर्क में हैं। सीटों के बंटवारे का अंतिम ऐलान अक्टूबर की बैठक के बाद ही किया जाएगा।
बातचीत में सीटों पर नहीं, रणनीति पर ध्यान
दो दौर की बातचीत के बाद उपेंद्र कुशवाहा बुधवार शाम पटना लौट गए। तीन दिन बाद वह फिर दिल्ली जाएंगे और एनडीए व बीजेपी नेताओं के साथ चर्चा जारी रखेंगे। सूत्रों के मुताबिक, उपेंद्र और चिराग की बैठक का उद्देश्य बिहार की मौजूदा राजनीतिक स्थिति, वोटों के ध्रुवीकरण और एनडीए की चुनावी रणनीति पर चर्चा करना था, न कि सीटों का फाइनल बंटवारा। दोनों नेताओं ने यह भी चर्चा की कि क्या दोनों पार्टियों के लिए किसी सीट पर साझा हित है।
एक घंटे की बैठक में हुई महत्वपूर्ण चर्चाएं
करीब एक घंटे तक चली इस बैठक में दोनों नेताओं ने उन क्षेत्रों का मूल्यांकन किया जहां उनकी पार्टियां मजबूत हैं। यह बैठक इसलिए भी महत्वपूर्ण थी क्योंकि 2020 के विधानसभा चुनाव में एनडीए में LJP और RLM शामिल नहीं थीं। इस बार JDU और बीजेपी दोनों के लिए सीटें छोड़ेंगी, इसलिए यह तय करना जरूरी है कि कौन सी सीटों पर साझा उम्मीदवार होना चाहिए।
बीजेपी सूत्रों ने कहा कि चिराग पासवान और उपेंद्र कुशवाहा की पार्टियां एनडीए के अहम घटक हैं। शीर्ष नेतृत्व उनके संपर्क में लगातार बना हुआ है, हालांकि इस तरह की बैठकों को सार्वजनिक नहीं किया जाता। सीटों के बंटवारे को लेकर आंतरिक चर्चा लगातार जारी है और यह आगामी चुनाव में गठबंधन की रणनीति तय करेगी।