बिहार में शराब बंद तो दिल्ली आया… दिल्ली ही बंद हो गई, कहां जाएं

केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर में गणतंत्र दिवस के उपलक्ष्य में तीन दिवसीय कवि सम्मेलन का आगाज सोमवार को हुआ।अभिनव थियेटर में इसका उद्घाटन उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने किया। पहला दिन हिंदी कविता को समर्पित था। शंभू शिखर से लेकर पद्मिनी शर्मा की कविताओं ने लोगों को हंसाया भी और परंपराओं से जोड़ा भी। अगले दो दिन उर्दू और डोगरी को समर्पित होंगे।

ठहाकों की गूंज से थियेटर का हाल गूंजता रहा और यह सिलसिला प्रयागराज से आए कवि शैलेंद्र मधुर से शुरु होकर शंभू शिखर, पद्मिनी शर्मा के साथ परवाना चढ़ता गया। शैलेंद्र मधुर ने सुनाया उन्होंने खिल उठे फूल, जाग गया चमन…सुनाया।वहीं, शंभू शिखर ने कविता सुनाने से पहले श्रोताओं को जोड़ते हुए कहा बिहार में शराब बंद तो दिल्ली आया, दिल्ली ही बंद हो गई, कहां जाएं । इनसे पहले पद्ममिनी सिंह ने सरस्वती वंदना सुनाई थी। दिल्ली से आए कवि उपेंद्र ने कविता सुनाई। इसके अलावा कवि हरीश दीपक सैनी, चेतन चर्चित, राजेश जैन, धर्मवीर निश्चल, संतोष सिंह, अन्य प्रसिद्ध कवियों ने कविताएं पढ़ीं।

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