एशिया कप में पाकिस्तान के हाथों मिली हार के बाद मोहाली के क्रिकेटर अर्शदीप सिंह का नाम खालिस्तान से जोड़ने का मामला गरमा गया है। मैच के 18वें ओवर में अर्शदीप से पाकिस्तानी खिलाड़ी आसिफ अली का कैच छूट गया था, जिसके बाद उन्हें सोशल मीडिया पर खूब ट्रोल किया गया। अर्शदीप को निशाना बनाए जाने से परिजनों के अलावा दूसरे खिलाड़ी आहत हैं और उनके समर्थन में खड़े हो गए हैं। उनका कहना है कि लोगों को खेल को खेल की तरह देखना चाहिए और खिलाड़ियों का सम्मान करना चाहिए। खेल और किसी खिलाड़ी को देश और धर्म के आधार पर निशाना नहीं बनाना चाहिए।

विकीपीडिया पर अर्शदीप की प्रोफाइल के साथ छेड़छाड़ कर सोशल मीडिया पर तस्वीरें वायरल की जा रही हैं। जांच में पता चला है कि यह हरकत पाकिस्तान के पंजाब प्रांत से हुई है। इससे पहले भी वर्ष 2018 में अर्शदीप के प्रोफाइल में छेड़छाड़ कर उन्हें खालिस्तानी टीम का सदस्य बताया गया था। तब भी यह हरकत पाकिस्तानी नागरिक ने की थी। बता दें कि अर्शदीप अंडर-19 वर्ल्ड कप जीतने वाली टीम के सदस्य भी रहे हैं।

आलोचकों को अपने प्रदर्शन से जवाब देगा मेरा बेटा : बलजीत कौर
दुबई से सोमवार शाम पांच बजे चंडीगढ़ लौटीं अर्शदीप की मां बलजीत कौर ने पत्रकारों से कहा कि सोशल मीडिया पर अर्शदीप को भले ट्रोल किया जा रहा हो लेकिन देशभर के लोग उसे समर्थन दे रहे हैं। बेटे के लिए सोशल मीडिया पर जिस तरह के शब्दों का प्रयोग किया जा रहा है, हमें बुरा लग रहा है लेकिन हमने अपने बेटे को कहा है कि इनका जवाब उसे अपने प्रदर्शन से देना है। बलजीत कौर ने कहा कि प्रशंसक ही एक खिलाड़ी की पूंजी होते हैं। ऐसे में लोगों को बड़ा दिल रखना चाहिए और खेल भावना का परिचय देना चाहिए। खेल में हार और जीत सिक्के के दो पहलू हैं। कई बार ऐसे भी मुकाबले होते हैं जब खिलाड़ी के ऊपर बड़ा दबाव होता है तब प्रशंसक ही हौसला देते हैं। आलोचकों को सोचना चाहिए कि जब बेहतर प्रदर्शन किया है तो कुछ जगह चूक भी हो सकती है। इन बातों से खिलाड़ी के साथ-साथ अभिभावकों की भावनाओं को भी ठेस पहुंचती हैं। 

बलजीत कौर ने बताया कि रविवार को उन्होंने परिवार के साथ भारत और पाकिस्तान का मुकाबला स्टेडियम में बैठकर देखा। जब कैच छूटा तो दुख हमें भी हुआ लेकिन खेल में जो बेहतर करता है, वह जीतता है, इसमें किसी खिलाड़ी को निशाना बनाना ठीक नहीं। कहा कि उन्होंने अर्शदीप से कहा है कि वह सकारात्मक सोच के साथ आगे बढ़े और बेहतर प्रदर्शन करे।

कई खिलाड़ियों ने लगाई अर्शदीप की डीपी
कई पूर्व खिलाड़ियों ने अर्शदीप की फोटो अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर लगाकर उन्हें समर्थन दिया। सभी ने कहा कि खेल में व्यक्तिगत नहीं होना चाहिए। दबाव में बड़े-बड़े खिलाड़ियों से गलती होती है। ऐसे में हमें खेल भावना का परिचय देना चाहिए।

ऐसी हरकत से गिरता है खिलाड़ियों का मनोबल : हरीश शर्मा
शहर के वरिष्ठ क्रिकेट कोच हरीश शर्मा ने कहा कि कैच छूटना या मिस फील्डिंग क्रिकेट मैच का एक हिस्सा है। ऐसा होने पर खिलाड़ियों को ट्रोल करने का ट्रेंड गलत है। इससे खिलाड़ी का मनोबल गिरता है। प्रशंसकों का समर्थन ही तो खिलाड़ी को हर बार बेहतर करने के लिए प्रोत्साहित करता है। एक दूसरे को देखते ही लोग सोशल मीडिया पर ट्रोल करने लगते हैं लेकिन इससे खिलाड़ी के प्रदर्शन पर कितना फर्क पड़ेगा यह कोई नहीं सोचता।

प्रशंसक हौसला बढ़ाएं : जसवंत
अर्शदीप सिंह के कोच जसवंत ने कहा कि भारत और पाकिस्तान के बीच क्रिकेट का मुकाबला तो हमेशा से ही हाई वोल्टेज गेम रहता है। इस मैच से खिलाड़ियों की ही नहीं लोगों की भावनाएं भी जुड़ी होती हैं। ऐसे मैच में हर खिलाड़ी के मन में बेहतर प्रदर्शन का जज्बा रहता है। मैच में किसी से भी गलती हो सकती है। हार जीत तो खेल का हिस्सा है। प्रशंसकों को खिलाड़ियों का हर परिस्थिति में हौसला बढ़ाना चाहिए क्योंकि वह देश के लिए मैदान पर लड़ रहे होते हैं।

किस खिलाड़ी से गलती नहीं होती : दिनेश मोंगिया
पूर्व भारतीय क्रिकेटर दिनेश मोंगिया ने कहा कि मैदान में खेलते हुए आज तक कौन सा ऐसा खिलाड़ी है, जिससे गलती नहीं हुई। खेल भावना ही एक प्रशंसक की खूबी होती है। ऐसे मौकों पर प्रशंसकों को खिलाड़ियों का हौसला बढ़ाना चाहिए। एक खिलाड़ी को तैयार करने वाले प्रशंसक ही होते हैं। उसके खेल को सराहना मिलती है तो वह देश के लिए खेलता है। ऐसे में हमें सकारात्मक सोच रखनी चाहिए।

अर्श को लेकर जो घटिया बातें हो रही हैं, वे शर्मनाक है: हरभजन सिंह
पूर्व क्रिकेटर एवं राज्यसभा सांसद हरभजन सिंह ने ट्वीट कर अर्शदीप सिंह का बचाव किया और ट्रोलर्स को आड़े हाथों लिया। कहा कि नौजवान अर्शदीप की निंदा करना बंद करें। कोई भी खिलाड़ी कैच जान बूझकर नहीं छोड़ता। भारत के खिलाड़ियों पर गर्व है। पाकिस्तान ने अच्छा खेला। टीम और अर्श को लेकर जो घटिया बातें हो रही हैं, वे शर्मनाक है। अर्श सोना है।

किसी को जानबूझकर बदनाम करने की इजाजत नहीं : चंद्रशेखर
इलेक्ट्रॉनिक्स और प्रौद्योगिकी राज्यमंत्री राजीव चंद्रशेखर ने ट्वीट किया इस तरह की गलत सूचना और किसी शख्सियत को जानबूझकर बदनाम करने की कोशिश की इजाजत भारत में संचालित किसी भी प्लेटफॉर्म को नहीं है। यह सरकार की सुरक्षित और विश्वसनीय इंटरनेट की अपेक्षाओं का उल्लंघन है।