नई दिल्ली। राजधानी में कथित एसिड अटैक के मामले ने सोमवार को नया मोड़ ले लिया। जांच में सामने आया कि दिल्ली विश्वविद्यालय की छात्रा ने अपने पिता के कहने पर झूठा आरोप लगाया था। पुलिस ने बताया कि छात्रा के पिता अकील खान ने अपने खिलाफ दर्ज दुष्कर्म के आरोप का बदला लेने के लिए इस पूरी कहानी को गढ़ा था। अकील को पुलिस ने सोमवार को गिरफ्तार कर लिया है।

पुलिस के अनुसार, छात्रा ने रविवार सुबह दावा किया था कि तीन लोगों—जितेंद्र, इशान और अरमान—ने उस पर एसिड फेंका। इशान और अरमान उसके रिश्तेदार हैं। छात्रा ने बताया था कि हमला तब हुआ जब वह अतिरिक्त कक्षा में शामिल होने जा रही थी। हालांकि, जांच में उसके बयान और आरोपित जितेंद्र की लोकेशन में बड़ा अंतर पाया गया।

रेप के आरोप का बदला लेने की थी योजना
पुलिस जांच में सामने आया कि जितेंद्र की पत्नी ने पहले अकील खान पर दुष्कर्म का आरोप लगाया था। महिला का कहना था कि वह 2021 से 2024 तक अकील की फैक्टरी में काम करती थी, जहां अकील ने उसका यौन उत्पीड़न किया और निजी वीडियो के जरिये ब्लैकमेल किया। महिला ने कई बार पुलिस नियंत्रण कक्ष पर कॉल की, लेकिन लिखित शिकायत नहीं दी थी।

टॉयलेट क्लीनर से रची ‘एसिड अटैक’ की कहानी
पूछताछ के दौरान अकील ने स्वीकार किया कि एसिड अटैक की कहानी पूरी तरह झूठी थी। छात्रा ने अपने साथ टॉयलेट क्लीनर रखा था, जिसे उसने हाथ पर डाल लिया और चिल्लाकर ध्यान आकर्षित किया। पुलिस ने बताया कि घटनास्थल से न तो एसिड के निशान मिले, न ही किसी संदिग्ध की झलक सीसीटीवी फुटेज में दिखी।

जांच में उठे कई सवाल
अधिकारियों ने बताया कि छात्रा कॉलेज से करीब 300 मीटर पहले ई-रिक्शा से उतरी थी, जबकि उसका कॉलेज तक का रास्ता सुरक्षित था। वहीं, आरोपित जितेंद्र उस समय करोल बाग में मौजूद था, जो घटनास्थल से लगभग पांच किलोमीटर दूर है।

पुराना विवाद और कई आरोप
पुलिस ने बताया कि मंगोलपुरी में अकील खान और जितेंद्र के परिवार के बीच संपत्ति को लेकर पुराना विवाद चल रहा है। जितेंद्र की पत्नी शबनम ने 2018 में भी अकील पर रेप और तेजाब फेंकने का आरोप लगाया था, जो मामला अब भी अदालत में विचाराधीन है।

फिलहाल पुलिस तकनीकी और फॉरेंसिक साक्ष्यों की मदद से पूरे मामले की गहराई से जांच कर रही है। अधिकारियों का कहना है कि जल्द ही सभी तथ्यों के आधार पर सच्चाई सामने आ जाएगी।