दिल्ली: प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने दिल्ली में ड्रग तस्करी से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में बड़े पैमाने पर कार्रवाई की है। एजेंसी ने 110 ‘म्यूल’ बैंक खाते फ्रीज किए और करीब 70 लाख रुपये नकद जब्त किए। तलाशी के दौरान दुबई-आधारित क्रिप्टोकरेंसी वॉलेट के उपयोग के भी सबूत मिले हैं।
‘म्यूल’ खाते क्या होते हैं?
म्यूल खाते वे बैंक खाते होते हैं जिनका इस्तेमाल अवैध रूप से प्राप्त धन को इधर-उधर करने के लिए किया जाता है। इन्हें अक्सर नकली पहचान पत्र या किसी असली ग्राहक की आईडी का दुरुपयोग कर खोला जाता है।
किस मामले में कार्रवाई हुई?
ईडी ने यह कदम नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) की शिकायत पर उठाया। मामला नवंबर 2024 का है, जब 82.53 किलो हाई-ग्रेड कोकीन बरामद हुई थी, जिसकी अंतरराष्ट्रीय कीमत लगभग 900 करोड़ रुपये आंकी गई थी। इस मामले में एनसीबी ने पहले ही पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
तलाशी और जब्ती:
14 नवंबर को दिल्ली-एनसीआर और जयपुर में ईडी ने पांच स्थानों पर तलाशी ली। इस दौरान 110 बैंक खाते (जिनमें 73 UPI और डिजिटल वॉलेट से जुड़े खाते शामिल हैं) फ्रीज किए गए, 70 लाख रुपये नकद, कई डिजिटल डिवाइस और दस्तावेज जब्त किए गए। साथ ही दुबई आधारित क्रिप्टो वॉलेट के जरिए धन भेजने के सबूत भी मिले।
इस कार्रवाई में ऑनलाइन बेटिंग और जुआ नेटवर्क का भी खुलासा हुआ, जो मोबाइल ऐप के जरिए संचालित हो रहा था। प्रवर्तन निदेशालय ने बताया कि ये खाते और डिजिटल वॉलेट ड्रग नेटवर्क की कमाई छिपाने और ऑनलाइन सट्टेबाजी के लेन-देन में इस्तेमाल किए जा रहे थे।