नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली में सर्दी और प्रदूषण की संयुक्त मार आम नागरिकों के साथ ही न्यायपालिका को भी परेशान कर रही है। सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस (CJI) डीवाई सूर्यकांत ने बुधवार को कहा कि राजधानी में जहरीली हवा के कारण उन्हें सुबह की मॉर्निंग वॉक के दौरान गंभीर स्वास्थ्य परेशानियों का सामना करना पड़ा।

CJI सूर्यकांत की यह टिप्पणी उस समय सामने आई जब सुप्रीम कोर्ट बिहार में SIR (Special Summary Revision) की संवैधानिक वैधता को चुनौती देने वाली याचिकाओं पर सुनवाई कर रहा था। इस दौरान ईसीआई (Election Commission of India) के वकील और वरिष्ठ अधिवक्ता राकेश द्विवेदी ने आगे की सुनवाई में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग (VC) के जरिए पेश होने की अनुमति की मांग की।

CJI ने पूछा कि क्या दिल्ली के मौसम के कारण वरिष्ठ वकीलों को शारीरिक रूप से हाज़िर होने में दिक्कत हो रही है। इस पर द्विवेदी ने पुष्टि की, वहीं याचिकाकर्ता की ओर से पेश वरिष्ठ अधिवक्ता कपिल सिब्बल ने भी इस बात को स्वीकार किया कि दिल्ली का मौसम बेहद खराब है।

बार मेंबर्स और अन्य हितधारकों से राय लेकर कोर्ट वर्चुअल सुनवाई की संभावना पर निर्णय ले सकती है। CJI ने कहा कि इस पर अंतिम फैसला लेने से पहले सभी पक्षों से परामर्श किया जाएगा।

वहीं, दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण का कहर जारी है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के अनुसार बुधवार सुबह राजधानी में औसत एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 337 दर्ज किया गया, जो ‘बहुत खराब’ श्रेणी में आता है। इंडिया गेट के आसपास AQI 358 और गाज़ीपुर क्षेत्र में 363 रिकॉर्ड किया गया। विशेषज्ञों का कहना है कि ठंडी हवा और धुंध के कारण जहरीली धुंआ शहर में फैली हुई है, जिससे सांस संबंधी समस्याएं बढ़ रही हैं।