बागेश्वर धाम के पीठाधीश पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की सनातन हिंदू एकता पदयात्रा रविवार को अपने 10वें और अंतिम दिन भव्य रूप से समाप्त हुई। इस 10 दिवसीय यात्रा में दिल्ली, हरियाणा और उत्तर प्रदेश से होकर गुज़रते हुए लाखों श्रद्धालुओं ने हिस्सा लिया और उत्साह का माहौल कायम किया।

वृंदावन में आयोजित समापन कार्यक्रम में जगद्गुरु रामभद्राचार्य भी मौजूद रहे। उन्होंने मंच से ऐलान किया कि शीघ्र ही दिल्ली से कश्मीर तक की हिंदू एकता पदयात्रा आयोजित की जाएगी। रामभद्राचार्य ने कहा, "हिंदू जाग गया है। अब 'ओम शांति' नहीं, 'ओम क्रांति क्रांति क्रांति' बोलने का समय है। प्रत्येक हिंदू कन्या झांसी की रानी की तरह उठ खड़े होगी।"

उन्होंने हिंदुओं से जनसंख्या बढ़ाने की अपील भी की और कहा कि तीन बच्चे पैदा करना आवश्यक है ताकि देश में आतंकवाद मिट सके। साथ ही संतों और समाज के लोगों से एकजुट होकर हिंदुओं को जागरूक रहने का संदेश दिया।

रामभद्राचार्य ने कहा, "हमारे शब्दकोश से माफ़ी का शब्द खत्म हो गया है। अब अधर्मियों को दंड मिलेगा। दिल्ली के लाल किले के पास हुए विस्फोट का उचित परिणाम जल्द मिलेगा।"

10 दिवसीय पदयात्रा 7 से 16 नवंबर तक चली। आखिरी दिन वृंदावन में लाखों श्रद्धालुओं ने बाबा धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री का जयकारों के साथ स्वागत किया। आरती, कीर्तन, रुद्राभिषेक और भजन संध्या के साथ यात्रा का पवित्र समापन हुआ। बाबा ने कहा, "यह केवल यात्रा नहीं, बल्कि समाज जागरण का अभियान था। आपने सनातन को एकजुट करने की शक्ति दिखाई है।"