ऊर्जा मंत्री अनिल विज के तेवर कड़े हैं। लापरवाही पर बरतने पर मंत्री विज ने लापरवाही पर रोहतक के लाइनमैन को निलंबित कर दिया और जेई को चार्जशीट किया। ऊर्जा विभाग के मुताबिक दो फरवरी को विज ने रोहतक स्थित राजीव गांधी विद्युत भवन का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने सर्कल रोहतक के अंतर्गत बिजली सेवा केंद्र में लंबित विद्युत शिकायतों की समीक्षा की और पाया कि कई शिकायतों का समाधान निर्धारित चार घंटे की समय-सीमा में नहीं किया गया था।
जांच में कुल छह शिकायतें सामने आईं, जिनमें से चार का समाधान समय-सीमा के भीतर किया गया, जबकि दो शिकायतें देरी से हल हुईं। ये शिकायतें एपी कनेक्शन पर विद्युत आपूर्ति बाधित होने के संबंध में दर्ज कराई गई थी। जांच में जूनियर इंजीनियर विकास कौशिक और लाइनमैन रामबीर इन मामलों में लापरवाही के लिए जिम्मेदार माने गए। शिकायत के मुताबिक
एक फरवरी सुबह 6:40 बजे हुमायूंपुर एपी फीडर की 11 केवी लाइन खराब हो गई थी, जिसे 10:25 बजे तक ठीक कर दिया गया, लेकिन प्रभावित क्षेत्र की विद्युत आपूर्ति बहाल नहीं की गई। इस मामले में जेई की लापरवाही सामने आई। क्षेत्र के प्रभारी होने के बावजूद उन्होंने व्यक्तिगत रूप से साइट का निरीक्षण नहीं किया। साथ ही, जेई की ओर से बिना पीटीडब्ल्यू मंजूरी के अपने अधीनस्थों को कार्य करने की अनुमति दी गई, जिससे गंभीर दुर्घटना का खतरा बना हुआ था। विभाग ने इसे घोर लापरवाही माना गया है।
शिकायत के बद मंत्री के निर्देश पर रोहतक के कार्यकारी अभियंता ने लाइनमैन रामबीर को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया, जबकि जेई विकास कौशिक को चार्जशीट जारी कर 30 दिनों के भीतर स्पष्टीकरण देने के निर्देश दिए हैं। यदि निर्धारित समय सीमा में जवाब प्रस्तुत नहीं किया जाता है, तो इसे दोषस्वीकृति मानकर उनके विरुद्ध आगे की कार्रवाई की जाएगी।