शिमला के संजौली इलाके में शुक्रवार को मस्जिद के बाहर नमाज को लेकर कुछ समय के लिए तनाव की स्थिति बनी। मुस्लिम समुदाय के लोग मस्जिद में नमाज पढ़ने पहुंचे, लेकिन स्थानीय लोगों ने विरोध किया और प्रवेश रोकने की कोशिश की। विवाद बढ़ता देख पुलिस मौके पर पहुंची और स्थिति को नियंत्रण में किया।
संजौली मस्जिद विवाद पिछले साल से लगातार सुर्खियों में रहा है। 31 अगस्त 2024 को मैहली इलाके में दो गुटों के बीच हुई झड़प ने मामले को तूल दिया। इसके बाद सितंबर 2024 में शिमला में विभिन्न हिंदू संगठनों और स्थानीय समुदाय के प्रदर्शन हुए। 12 सितंबर को मस्जिद कमेटी ने निगम आयुक्त कोर्ट में जाकर अवैध हिस्सों को हटाने की पेशकश की।
अक्टूबर 2024 से लेकर मई 2025 तक मामले की लगातार सुनवाई हुई। 3 मई 2025 को एमसी आयुक्त कोर्ट ने मस्जिद की दो अतिरिक्त मंजिलें हटाने का आदेश दिया। वक्फ बोर्ड ने 17 मई को इस आदेश को जिला न्यायालय में चुनौती दी थी। इसके बाद अदालत ने अंतरिम रोक लगाते हुए आगे की कार्रवाई के लिए रिकॉर्ड तलब किया।
मुख्य घटनाक्रम:
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31 अगस्त 2024: मैहली में दो गुटों में झड़प
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1-5 सितंबर 2024: शिमला में प्रदर्शन
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11 सितंबर 2024: संजौली-ढली में उग्र प्रदर्शन
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12 सितंबर 2024: मस्जिद कमेटी ने कोर्ट में पेश की पेशकश
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5 अक्टूबर 2024: तीन मंजिलें हटाने की अनुमति
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3 मई 2025: दो और मंजिलें हटाने का आदेश
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17 मई 2025: वक्फ बोर्ड ने चुनौती दी
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26 मई 2025: अंतरिम रोक
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30 अक्टूबर 2025: मामला सूचीबद्ध और फैसला सुनाया गया
पुलिस और स्थानीय प्रशासन की तत्परता के कारण शुक्रवार की घटना जल्दी शांत कर दी गई। मामले की कानूनी प्रक्रिया अभी भी पूरी नहीं हुई है, लेकिन संजौली मस्जिद विवाद पर फिलहाल स्थिति नियंत्रण में है।