जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग जिले के खूबसूरत हिल स्टेशन पहलगाम में आतंकियों ने पर्यटकों पर हमला किया. धर्म पूछ-पूछकर उन्हें गोली मारी गई. कलमा पढ़ने को कहा गया. आतंकियों की गोलियों ने 26 बेकसूर लोगों की जान ले ली. धरती का स्वर्ग कहे जाने वाले कश्मीर में आतंकवादियों ने पलभर में नरक जैसे हालात बना दिए. इस हमले के विरोध में पूरा देश एकजुट है. हमले के बाद से खुद कश्मीरी गम और गुस्से में हैं. उन्हें अफसोस है कि उनके मेहमानों पर हमला हुआ और उन्हें मारा गया.
आतंकी हमले से कश्मीरी गुस्से में हैं. उन्होंने इस हमले की कड़े शब्दों में निंदा की है. आतंकियों ने एक खास धर्म के लोगों को टारगेट कर उन्हें गोली मारी हैं. कश्मीर के स्थानीय लोग इस नापाक हमले से सदमे में हैं. आतंकी हमले के विरोध में कश्मीर की मस्जिदों से ऐलान किया जा रहा है. कारी मंजूर कासमी ने किश्तवाड़ बंद का एलान किया है. मरकजी शूरा ने भी बुधवार को कश्मीर बंद का एलान किया है. कश्मीरी आवाम सड़कों पर उतर कर इस हमले का विरोध कर रही है. यहां के लोग कैंडल मार्च निकाल रहे हैं और सरकार से आतंकियों के लिए सख्त से सख्त सजा की मांग कर रहे हैं.
आतंकी हमले के विरोध में सड़कों पर उतरे कश्मीरी
अनंतनाग जिले के पहलगाम से लेकर पूरे कश्मीर के स्थानीय लोगों ने आतंकी हमले के पीड़ितों के लिए न्याय की मांग करते हुए कैंडल मार्च निकाला है. मस्जिदों के इमाम लाउडस्पीकर के जरिए ऐलान कर आतंकियों को इस्लाम और कश्मीरियत के दुश्मन बता रहे हैं. मंगलवार को हमले के बाद से कश्मीर की अधिकतर मस्जिदों से ऐलान कर इस हमले में मारे गए लोगों के परिजनों के साथ अपनी हमदर्दी जताने की लिए बुधवार को कश्मीर बंद की अपील की गई.
कश्मीर में मस्जिदों से हो रहा ऐलान
किश्तवाड़ की मस्जिद से ऐलान किया गया, “पहलगाम में जो दिलदोज हादसा पेश आया, मासूम जानें गईं, दहशतगर्दी की आड़ में जिनका कत्ल हुआ, उसकी पूरी मिल्लते इस्लामिया इसकी पुरजोर मजम्मत करती है और हुकूमते वक्त से मुतालवा करती है, इसकी तहकीकात की जाए. जो भी मुजरिम हैं, उन्हें सख्त सजा दी जाए.” एलान में कहा गया, “इस हमले के विरोध में बुधवार को किश्तवाड़ बंद रहेगा.”
“पहले हम हिंदुस्तान के वाशिंदे हैं, उसके बाद कश्मीरी हैं.”
मंगलवार की रात को हमले में मारे गए लोगों को श्रद्धांजली देने के लिए अनंतनाग, पहलगाम, कुपवाड़ा, बारामुला, बांडीपोर, पुलवामा, बडगाम, शोपियां, श्रीनगर में कैंडल मार्च निकाला. इस बीच पहलगाम के स्थानीय लोगों ने आतंकी हमले के पीड़ितों के लिए न्याय की मांग करते हुए कैंडल मार्च निकाला. यहां के लोगों ने कहा, “आज पहलगाम में टेरर अटैक हुआ है, हम पूरे पहलगाम की तरफ से इस बुजदिलाना हमले की पुरजोर मजम्मत करते हैं.” उन्होंने कहा, “पहले हम हिंदुस्तान के वाशिंदे हैं, उसके बाद कश्मीरी हैं.”