जहां संसद में 'ऑपरेशन सिंदूर' को लेकर राजनीतिक बहस जारी है, वहीं दूसरी ओर जम्मू-कश्मीर में सुरक्षाबलों ने 'ऑपरेशन महादेव' के तहत आतंकवाद के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई को अंजाम दिया है। पहलगाम में हुए आतंकी हमले से जुड़े तीन अहम आतंकियों को सुरक्षाबलों ने मुठभेड़ में मार गिराया है। मारे गए आतंकियों में मुख्य साजिशकर्ता हाशिम मूसा उर्फ शाह सुलेमान, अबू हमज़ा और मोहम्मद यासिर शामिल हैं।
पाकिस्तानी स्पेशल फोर्स से जुड़ा रहा था हाशिम
जांच एजेंसियों के अनुसार, हाशिम मूसा ने पाकिस्तान के स्पेशल सर्विस ग्रुप (SSG) से पैरा-कमांडो प्रशिक्षण प्राप्त किया था। इसके बाद वह लश्कर-ए-तैयबा में शामिल होकर आतंकवादी गतिविधियों को अंजाम देने लगा। माना जाता है कि वह सितंबर 2023 में भारत में दाखिल हुआ और फिर दक्षिण कश्मीर में आतंकी नेटवर्क को फिर से सक्रिय किया।
पहलगाम हमले का मुख्य आरोपी, कई हत्याओं में संलिप्त
हाशिम को 22 अप्रैल 2025 को पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले का मुख्य अभियुक्त माना गया था, जिसमें 26 लोगों की जान गई थी। इसके अलावा, वह कई अन्य घटनाओं में भी शामिल था, जिनमें अक्टूबर 2024 में गांदरबल में सात नागरिकों की हत्या और बारामूला में चार सुरक्षाकर्मियों पर हमला प्रमुख हैं। वह जंगलों में छिपकर लंबे समय तक संचालन करने में माहिर था।
20 लाख का इनामी आतंकी था मूसा
उसकी गिरफ्तारी के लिए जम्मू-कश्मीर पुलिस ने उस पर ₹20 लाख का इनाम घोषित कर रखा था। पहलगाम हमले के बाद सुरक्षा एजेंसियों ने उसे शीर्ष वांछित आतंकियों की सूची में शामिल किया था।
भारी हथियारों के साथ आतंकी ढेर
मुठभेड़ स्थल से अमेरिकी निर्मित कार्बाइन, एक AK-47 राइफल, 17 राइफल ग्रेनेड समेत भारी मात्रा में हथियार बरामद किए गए हैं। मारे गए आतंकियों में अबू हमज़ा और मोहम्मद यासिर भी शामिल थे। एजेंसियों को आशंका है कि ये आतंकवादी किसी बड़ी साजिश को अंजाम देने की तैयारी में थे।
इलाके में अब भी तलाशी अभियान जारी
सुरक्षा बलों ने पूरे क्षेत्र में तलाशी अभियान तेज कर दिया है। ऑपरेशन महादेव अभी भी जारी है, और सुरक्षाबलों की प्राथमिकता बाकी बचे आतंकियों की तलाश और किसी भी संभावित खतरे को समय रहते समाप्त करना है।
सूत्रों के मुताबिक, पहलगाम हमले की जांच के दौरान खुफिया एजेंसियों को इन आतंकियों की मूवमेंट की जानकारी मिली थी। आशंका जताई गई थी कि वे दाछिगाम की तरफ बढ़ सकते हैं। इसी इनपुट के आधार पर यह ऑपरेशन शुरू किया गया था।
सुरक्षा बल अब भी इलाके में सघन तलाशी अभियान चला रहे हैं और किसी भी संभावित खतरे से निपटने के लिए सतर्क हैं।