जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा एजेंसियों ने प्रतिबंधित संगठन जमात-ए-इस्लामी (जेईआई) के खिलाफ बड़ी कार्रवाई शुरू की है। कुलगाम, शोपियां और सोपोर जिलों में पुलिस ने एक साथ सैकड़ों स्थानों पर छापेमारी कर संगठन की गतिविधियों पर नकेल कस दी। पुलिस सूत्रों के मुताबिक, यह अभियान आतंकी तंत्र और उसके समर्थन नेटवर्क को कमजोर करने के लिए चलाया गया है।
कुलगाम जिले में पुलिस ने 200 से अधिक ठिकानों पर छापे मारे। ये छापे जमात-ए-इस्लामी के सक्रिय सदस्यों और उनके सहयोगियों के घरों व परिसरों में किए गए। वहीं शोपियां और सोपोर में भी पुलिस की टीमें कई ठिकानों पर तलाशी अभियान चला रही हैं। पुलिस का कहना है कि कार्रवाई संगठन की वित्तीय गतिविधियों और संदिग्ध संपर्कों की जांच के तहत की जा रही है।
छापेमारी के दौरान एजेंसियों ने कई आपत्तिजनक दस्तावेज, डिजिटल उपकरण और संदिग्ध रिकॉर्ड जब्त किए हैं। कुछ सदस्यों से पूछताछ जारी है ताकि आतंक नेटवर्क से जुड़े संभावित लिंक का पता लगाया जा सके।
इसी बीच, कुलगाम निवासी एक डॉक्टर को भी सीआईके (काउंटर इंटेलिजेंस कश्मीर) ने हिरासत में लिया है। सूत्रों के अनुसार, डॉक्टर ने करीब तीन वर्ष पहले सरकारी नौकरी छोड़ी थी और हाल ही में कई निजी वाहन खरीदे थे। सुरक्षा एजेंसियां अब उसकी वित्तीय गतिविधियों और संभावित संबंधों की जांच कर रही हैं।
पुलिस का कहना है कि यह पूरा अभियान जम्मू-कश्मीर में आतंकी नेटवर्क की जड़ों तक पहुंचने और प्रतिबंधित संगठनों की गतिविधियों पर पूर्ण विराम लगाने के उद्देश्य से चलाया जा रहा है।