धनबाद के केंदुआडीह क्षेत्र में पिछले आठ दिनों से हो रहा जहरीली गैस का रिसाव स्थानीय लोगों और प्रशासन दोनों के लिए चिंता का विषय बना हुआ है। बीसीसीएल की तकनीकी टीम लगातार प्रयास कर रही है, लेकिन अब तक गैस का उत्सर्जन पूरी तरह काबू में नहीं आ पाया है। कई स्थानों पर गैस की मात्रा खतरनाक स्तर तक पहुंच चुकी है।

निरीक्षण में मिले खतरनाक गैस स्तर
स्थिति की गंभीरता को देखते हुए बुधवार को कोल इंडिया के चेयरमैन सनोज कुमार झा ने बीसीसीएल अधिकारियों के साथ प्रभावित इलाकों का दौरा किया। निरीक्षण के दौरान एरिया-6 गेस्ट हाउस परिसर में गैस डिटेक्टर ने 2000 पीपीएम का स्तर दर्ज किया, जबकि मस्जिद पट्टी में 617 पीपीएम पाया गया। ये आंकड़े सामान्य मानकों से काफी ऊपर हैं और प्रतिकूल स्थिति की ओर इशारा करते हैं।

ग्रामीणों ने बताई अपनी समस्याएं
चेयरमैन के पहुंचते ही स्थानीय महिलाएं एवं ग्रामीण उनसे मिलीं और अपनी चिंताएं सामने रखीं। लोगों ने कहा कि गैस रिसाव से रोजमर्रा की जिंदगी प्रभावित हो रही है और स्वास्थ्य पर भी असर पड़ रहा है। चेयरमैन झा ने आश्वासन दिया कि ग्रामीणों की सुरक्षा सर्वोपरि है और हर संभव कदम उठाए जा रहे हैं।

राहत शिविरों का भी निरीक्षण
इसके बाद चेयरमैन ने हिन्दी भवन स्थित इगलदीप द्वारा संचालित राहत शिविर का निरीक्षण किया। उन्होंने वहां मौजूद डॉक्टरों से प्रभावित लोगों की स्थिति जानी और राहत कार्यों की सराहना की। साथ ही आवश्यक संसाधन उपलब्ध कराने का भरोसा दिलाया।

ग्रामवासियों का आरोप—केवल निरीक्षण, समाधान नहीं
इस बीच ग्रामीणों में नाराजगी भी बढ़ रही है। लोगों का आरोप है कि बीसीसीएल पिछले आठ दिनों से केवल निरीक्षण कर रहा है, लेकिन रिसाव रोकने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए। ग्रामीणों ने तत्काल प्रभावी और तकनीकी रूप से सक्षम कार्रवाई की मांग की है।