धनबाद जिले के केंदुआडीह क्षेत्र में जमीन के नीचे से जहरीली गैस का रिसाव लगातार गंभीर होता जा रहा है, जिससे स्थानीय लोगों में भय का माहौल बना हुआ है। रविवार को गैस के प्रभाव से एक बुजुर्ग महिला मुनिया देवी अचानक बेहोश हो गई। परिजन तुरंत उसे नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराए, जहां उसकी हालत पर चिकित्सकों की निगरानी जारी है।

राहत और विस्थापन प्रयास
जिले में अब तक जहरीली गैस के कारण दो महिलाओं की मौत हो चुकी है, जबकि कई लोग सांस लेने में कठिनाई, चक्कर और अन्य स्वास्थ्य समस्याओं से पीड़ित हैं। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए जिला प्रशासन और बीसीसीएल ने प्रभावित परिवारों के लिए राहत शिविरों की व्यवस्था की है।

प्रशासन ने प्रभावित ग्रामीणों को सुरक्षित स्थानों पर पुनर्वासित करने हेतु वैकल्पिक जमीन भी चिन्हित की है, लेकिन स्थानीय निवासी इसके खिलाफ हैं। उनका कहना है कि चिन्हित स्थल शहर से दूर है और वहां रोजगार के कोई साधन उपलब्ध नहीं हैं। ग्रामीणों ने कहा कि वे पीढ़ियों से इस क्षेत्र में रहकर अपनी आजीविका चला रहे हैं और अचानक विस्थापन से उनका जीवन प्रभावित होगा।

स्थानीय विरोध और प्रशासन की पहल
केंदुआडीह के कोलियरी क्षेत्र में तीन से चार स्थानों पर गैस रिसाव जारी है। तकनीकी टीमें इसे नियंत्रित करने के प्रयास कर रही हैं, लेकिन सफलता अभी सीमित रही है। राज्य के मुख्य सचिव अविनाश कुमार ने शनिवार को क्षेत्र का दौरा किया, राहत शिविरों का निरीक्षण किया और ग्रामीणों की समस्याओं को समझा। ग्रामीणों ने इसके बाद विरोध मार्च निकालकर अपनी नाराजगी जताई।