झारखंड के धनबाद जिले के केंदुआडीह इलाके में बुधवार दोपहर अचानक गैस रिसाव के चलते हड़कंप मच गया। तेज दुर्गंध के साथ फैली गैस से इलाके में अफरा-तफरी का माहौल बन गया। जानकारी के अनुसार, इस घटना में दो महिलाओं की मौत हो गई है और लगभग 24 से अधिक लोग बीमार हो गए हैं। प्रभावित लोगों को उल्टी, चक्कर और बेचैनी की शिकायत के बाद अस्पताल में भर्ती कराया गया। मृतकों की पहचान ललिता देवी और प्रियंका देवी के रूप में हुई है। हालांकि मौत का असली कारण पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही स्पष्ट होगा।
केंदुआडीह क्षेत्र भूमिगत कोयले में लगी आग के कारण पहले से ही डेंजर जोन के रूप में चिन्हित है। घटना के बाद स्थानीय लोग सड़कों पर उतर आए और विरोध प्रदर्शन किया।
जांच के लिए कमेटी गठित
डिप्टी कमिश्नर आदित्य रंजन ने मामले की जांच के लिए एक कमेटी गठित की है। उन्होंने प्रभावित लोगों के लिए तुरंत राहत प्रदान करने का निर्देश बीसीसीएल प्रबंधन को दिया है।
धनबाद जिले में यह हालात नए नहीं हैं। सितंबर में बाघमारा के कतरास खदान क्षेत्र में जमीन धंसने से एक सर्विस वैन 300 फीट गहरी खाई में गिर गई थी, जिसमें छह मजदूरों की मौत हो गई थी। अगस्त में केंदुआ के गोधर एरिया में भी जमीन धंसने की घटना हुई थी, जिसमें एक महिला लगभग आधे घंटे फंसी रही, लेकिन उसे सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया।
विशेषज्ञों का कहना है कि इस तरह के भू-धंसान और अग्निप्रभावित क्षेत्र में रहने वाले लोग हर समय खतरे में रहते हैं। केंद्रीय और राज्य प्रशासन ने प्रभावित क्षेत्रों में सुरक्षा उपाय बढ़ाने की जरूरत पर बल दिया है।