पन्ना। मध्य प्रदेश के पन्ना जिले में शिक्षा व्यवस्था की गंभीर स्थिति सामने आई है। शाहनगर विकासखंड के ग्राम झिरमीरा में कई बच्चे स्कूलों में प्रवेश नहीं पा सके क्योंकि उनके पास आधार कार्ड नहीं था। इन बच्चों को पढ़ाई के बजाय स्कूल में बर्तन धोने और अन्य छोटे-मोटे काम करने के लिए रखा गया। तस्वीरों और वीडियो में बच्चे बर्तन धोते नजर आए, जबकि अन्य छात्र उन्हें घेरकर देख रहे थे।

जिला शिक्षा अधिकारी अजय गुप्ता ने बताया कि झिरमीरा गांव की यह समस्या अकेली नहीं है। पन्ना जिले में लगभग 2,000 बच्चे ऐसे हैं जिनके पास आधार कार्ड नहीं है, और इसी कारण वे शिक्षा की मुख्यधारा से वंचित रह रहे हैं।

इस मामले पर सोशल मीडिया पर वायरल हुए वीडियो के बाद पन्ना जिले के मुख्य कार्यपालन अधिकारी उमराव सिंह मरावी ने तुरंत संज्ञान लिया और अधिकारियों को जांच के निर्देश दिए। अधिकारियों को कहा गया है कि सभी ऐसे बच्चों की सूची तैयार की जाए, उनके आधार कार्ड बनवाए जाएं और उन्हें जल्द से जल्द स्कूल में प्रवेश दिलाया जाए।

इस घटना ने शिक्षा विभाग और स्थानीय प्रशासन पर सवाल खड़े कर दिए हैं कि कैसे आधार जैसी औपचारिकता के कारण बच्चों को पढ़ाई से वंचित रखा जा रहा है।