पुणे पुल हादसे पर पीएम मोदी ने जताया दुख, राहत कार्यों की ली जानकारी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पुणे के तलेगांव में इंद्रायणी नदी पर बने पुल के गिरने की घटना पर गहरा शोक प्रकट किया है। साइप्रस दौरे पर होने के बावजूद उन्होंने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से बात कर राहत और बचाव कार्यों की जानकारी ली। इस हादसे में अब तक चार लोगों की मौत की पुष्टि हुई है, जबकि 32 से अधिक लोग घायल हैं, जिनमें से छह की हालत नाजुक बनी हुई है। कुछ लोग अभी भी लापता हैं, जिनकी तलाश जारी है।

गृह मंत्री अमित शाह ने जताई संवेदना

घटना को लेकर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी दुख व्यक्त किया है। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा कि पुणे के तलेगांव में पुल हादसे की जानकारी से वह बेहद दुखी हैं। शाह ने मुख्यमंत्री फडणवीस से फोन पर बातचीत कर स्थिति की समीक्षा की और पीड़ित परिवारों के प्रति संवेदना प्रकट करते हुए घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना की।

मुख्यमंत्री फडणवीस: बचाव अभियान जारी, एजेंसियां सतर्क

मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने जानकारी दी कि अब तक छह लोगों को सुरक्षित निकाला जा चुका है और NDRF को मौके पर तैनात किया गया है। उन्होंने बताया कि पुल गिरने से कुछ लोग बह गए हैं, जिनकी खोजबीन युद्धस्तर पर जारी है। सभी राहत एजेंसियों को हाई अलर्ट पर रखा गया है और घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

घटना की जांच और जिम्मेदारों पर कार्रवाई होगी: एकनाथ शिंदे

महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने इस हादसे को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कहा कि अब तक 38 लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला गया है। उन्होंने कहा कि पुल पुराना था और उसकी जगह नया पुल बनाने की योजना पहले ही स्वीकृत हो चुकी थी। शिंदे ने यह भी स्पष्ट किया कि राज्यभर में सभी पुराने पुलों का स्ट्रक्चरल ऑडिट कराया जाएगा और दुर्घटना की विस्तृत जांच होगी। दोषी पाए जाने वालों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

अजित पवार: पुल पर भीड़ का दबाव हादसे का कारण

उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने जानकारी दी कि लोहे का पुराना पुल काफी जर्जर था और उस पर खड़े लोगों की अधिक संख्या के चलते वह गिर गया। उन्होंने बताया कि अब तक 38 लोगों को सुरक्षित निकाला गया है और लगभग 30 को इलाज के लिए अस्पताल भेजा गया है।

मलबे में दबे होने की आशंका, युद्ध स्तर पर बचाव अभियान

राज्य सरकार के मंत्री गिरीश महाजन ने आशंका जताई कि मलबे में शव दबे हो सकते हैं। उन्होंने बताया कि हादसे के वक्त पुल पर लगभग 250-300 लोग मौजूद थे, जो पर्यटक थे। पुल पर अत्यधिक भार के चलते यह दुर्घटना हुई। NDRF और SDRF की टीमें लगातार मलबा हटाने और लोगों को सुरक्षित बाहर निकालने के प्रयास में लगी हुई हैं।

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