अमृतसर। पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने के कारण उत्तर भारत मौसम के अचानक बदलाव से प्रभावित हुआ है। शुक्रवार को पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश और बिहार के कई हिस्सों में घनी धुंध और ठंडी हवाओं ने जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया। कई स्थानों पर दृश्यता लगभग शून्य रही, जिससे सड़क, रेल और हवाई यातायात पर असर पड़ा।
पंजाब में मौसम विभाग ने रेड अलर्ट जारी किया है। लुधियाना, पटियाला, होशियारपुर, फाजिल्का, जालंधर, कपूरथला, अमृतसर और मोहाली में घनी से अति घनी धुंध रही। सुबह आठ बजे तक दृश्यता बेहद कम थी। आगरा, बरेली, सहारनपुर, गोरखपुर, अंबाला, ग्वालियर, भागलपुर और डाल्टनगंज में भी घनी धुंध ने लोगों को परेशान किया। कुछ जगहों पर दो कदम की दूरी पर भी सामने कुछ नजर नहीं आया। सुबह सात बजे तक ओस और कोहरे ने ठिठुरन बढ़ाई।
मौसम विभाग के अनुसार, होशियारपुर में रात का तापमान 4.8 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया, जो सामान्य से चार डिग्री कम था। पहाड़ी क्षेत्रों से आने वाली ठंडी हवाओं ने ठंड को और बढ़ा दिया।
घनी धुंध के कारण कई सड़क हादसे भी सामने आए। गुरदासपुर के सोहल गांव के पास एक एंबुलेंस हाईवे पर वाहन से टकरा गई, जिससे थाना धारीवाल के एडिशनल एसएचओ सुलखन राम की मौत हो गई। उनकी बेटी और एंबुलेंस चालक घायल हुए हैं। तरनतारन में एक ई-रिक्शा हादसे का शिकार हुआ, जिसमें युवती की जान चली गई। लुधियाना के रायकोट में तेज रफ्तार वाहन ने बुजुर्ग दंपती को कुचल दिया, जिसमें पति की मौत हो गई और पत्नी गंभीर रूप से घायल हुई। जालंधर में तीन अलग-अलग हादसों में तीन लोग घायल हुए।
मौसम विभाग ने शनिवार को भी धुंध के येलो अलर्ट जारी किए हैं। वहीं, पश्चिमी उत्तर प्रदेश और पूर्वांचल में गलन और कोहरे के कारण लोगों को ठिठुरन का सामना करना पड़ रहा है। बरेली मंडल में आठवीं तक के स्कूल 20 दिसंबर तक बंद कर दिए गए हैं।
उत्तर भारत में मौसम की यह स्थिति अगले कुछ दिनों तक जारी रहने की संभावना है, जिससे लोगों को सतर्क रहने और यात्रा के समय अतिरिक्त सावधानी बरतने की जरूरत है।