भारत-पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय सीमा के निकट जैसलमेर जिले में एक किशोरी और एक युवक के शव मिलने से हड़कंप मच गया है। यह शव सादेवाला क्षेत्र में तारबंदी से लगभग 10 से 12 किलोमीटर भीतर भारतीय सीमा में बरामद किए गए हैं। प्राथमिक जांच में शव करीब 6 से 7 दिन पुराने प्रतीत हो रहे हैं।
पाकिस्तानी दस्तावेज बरामद, नागरिकता पर संदेह
शवों के पास से एक पाकिस्तानी सिम कार्ड और पहचान पत्र मिलने के बाद संदेह जताया जा रहा है कि मृतक युवक और युवती संभवतः पाकिस्तान से ताल्लुक रखते थे।
मौके से मिले पहचान पत्र में युवक की पहचान रवि कुमार पुत्र दीवाना, पोस्ट ऑफिस गुलाम हुसैन लिगारी, घोटकी (सिंध, पाकिस्तान) के रूप में दर्ज है। वहीं किशोरी की पहचान शांति बाई पुत्री गुलोजी के तौर पर हुई है, जो उसी जिले के किसी अन्य गांव की निवासी मानी जा रही है।
मौत का कारण अभी अज्ञात, जांच जारी
पुलिस अधीक्षक सुधीर चौधरी ने बताया कि दोनों शवों को रामगढ़ सीएचसी की मोर्चरी में रखवाया गया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही मौत के सही कारणों का पता चल सकेगा।
फिलहाल यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि युवक-युवती अवैध रूप से सीमा पार कर आए थे या वैध वीजा पर भारत में रह रहे थे। यह भी एक संभावना है कि दोनों तारबंदी पार कर घुसपैठ के जरिए यहां पहुंचे हों।
सुरक्षा एजेंसियों ने शुरू की व्यापक जांच
घटना की जानकारी मिलते ही सीमा सुरक्षा बल (BSF), स्थानीय पुलिस और खुफिया एजेंसियां सतर्क हो गई हैं। शवों के पास से बरामद दस्तावेजों और सिम कार्ड की पुष्टि के लिए जांच की जा रही है।
सुरक्षा एजेंसियां दोनों मृतकों के संबंध में यह भी जांच कर रही हैं कि वे भारत में कब से और किस उद्देश्य से मौजूद थे।
स्थानीय ग्रामीण क्षेत्रों में भी पूछताछ की जा रही है, ताकि दोनों की पहचान और भारत में मौजूदगी को लेकर अधिक जानकारी जुटाई जा सके।
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