लखनऊ: समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने प्रदेश में काम के दौरान मृतक मतदान एजेंटों (बीएलओ) के आश्रितों को दो-दो लाख रुपये का मुआवजा देने की घोषणा की है। इसके साथ ही उन्होंने चुनाव आयोग से अपील की है कि वह भी ऐसे बीएलओ के परिवारों को एक-एक करोड़ रुपये का मुआवजा प्रदान करे।

अखिलेश ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि बीएलओ पर अवास्तविक लक्ष्य थोपकर उन्हें मानसिक दबाव में डालना निंदनीय और अस्वीकार्य है। उनका कहना था कि भाजपा शासन में कर्मचारियों को केवल परेशान किया गया, नई नौकरियों के अवसर नहीं दिए गए, और मौजूदा काम इतना कठिन बना दिया गया कि लोग हताश होकर नौकरी छोड़ने को मजबूर हैं।

बीएलओ के घर-परिवार को नजरअंदाज कर उन्हें मशीन की तरह काम करने की उम्मीद रखना अमानवीय है। अखिलेश ने आरोप लगाया कि यह सब भाजपा के चुनावी रणनीति का हिस्सा है, लेकिन सवाल यह है कि जो लोग इस दबाव में नौकरी छोड़ते हैं या अपनी जान तक जोखिम में डालते हैं, उन्हें इसका खामियाजा क्यों भुगतना चाहिए।

उन्होंने देश भर के कर्मचारियों से एकजुट होकर आवाज उठाने की अपील की और कहा कि समाजवादी पार्टी हर बीएलओ के साथ खड़ी है। अखिलेश ने बीएलओ से कहा कि किसी भी कठिन परिस्थिति में ऐसा कोई कदम न उठाएं जिससे उनके परिवार को नुकसान पहुंचे।