सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने बुधवार को लखनऊ स्थित सपा कार्यालय में प्रेस वार्ता में भाजपा सरकार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि भाजपा केवल नकल करने और प्रचार करने में माहिर है, लेकिन असली मुद्दों पर कुछ नहीं करती। “कभी वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट का जिक्र करेंगे, कभी यूनेस्को में नाम दर्ज होने की बात करेंगे, लेकिन लखनऊ के प्रसिद्ध व्यंजनों की जानकारी क्यों नहीं देंगे?” उन्होंने सवाल किया।

अखिलेश ने कहा कि सरकार जरूरी मामलों पर ध्यान नहीं दे रही, जैसे किसानों की मंडियों की स्थिति। उनका आरोप था कि भाजपा केवल सांप्रदायिक मुद्दों पर बोलती है और जनता की समस्याओं से नजरें फेर लेती है। उन्होंने नई पीढ़ी की सराहना करते हुए कहा कि वह सभी धर्मों के प्रति सहिष्णु और सभी के लिए प्रेम भाव रखती है। साथ ही, यह पीढ़ी पर्यावरण और मानवता के मुद्दों को समझती है और अमन, चैन व तरक्की चाहती है।

भाजपा के एग्जिट पोल और मीडिया के इस्तेमाल पर भी उन्होंने सवाल उठाया। अखिलेश यादव ने कहा कि हाल ही में आए बिहार विधानसभा चुनाव के एग्जिट पोल केवल मनोवैज्ञानिक दबाव बनाने के लिए हैं। उन्होंने 2022 और पहले के चुनावों में अधिकारियों द्वारा कथित बेईमानी के उदाहरण भी दिए। उनका कहना था कि भाजपा मीडिया और एग्जिट पोल का इस्तेमाल अपने Narrative को मजबूत करने के लिए कर रही है।

इसके अलावा, उन्होंने सरकार के स्वदेशी नीति और कृषि डिजिटल प्लेटफॉर्म पर भी सवाल उठाए। अखिलेश यादव ने कहा कि सरकार किसानों के हित में नहीं बल्कि अपने फायदे के लिए डिजिटल प्लेटफॉर्म का दिखावा कर रही है। उन्होंने पूछा कि चीन पर टैरिफ क्यों नहीं लगाया गया और किसानों के लिए जरूरी संसाधन जमीन पर क्यों नहीं उपलब्ध कराए गए। उनका आरोप था कि यह सरकार किसानों के प्रति ईमानदार नहीं है और नौ साल बाद भी जरूरी पहल नहीं कर पाई।

इस प्रेस वार्ता में सपा प्रमुख ने भाजपा पर जनता और किसानों के लिए काम नहीं करने का आरोप लगाते हुए अपनी पार्टी के कार्यक्रम और नीतियों पर जोर दिया।