बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने बिहार विधानसभा चुनाव के नतीजों पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि अगर चुनाव पूरी तरह से निष्पक्ष और पारदर्शी होते तो बसपा और भी कई सीटें जीत सकती थी। उन्होंने कहा कि इस चुनाव के नतीजों से पार्टी कार्यकर्ताओं को निराश होने की जरूरत नहीं है, बल्कि अब और अधिक तैयारी और मेहनत के साथ आगे बढ़ना चाहिए।
मायावती ने कैमूर जिले की रामगढ़ सीट पर बसपा उम्मीदवार सतीश कुमार सिंह यादव की जीत के लिए पार्टी कार्यकर्ताओं और समर्थकों को बधाई दी। उन्होंने कहा कि वोटों की गिनती में लगातार देरी कराने और प्रशासन व विपक्षी पार्टियों द्वारा हर संभव प्रयास करने के बावजूद बसपा कार्यकर्ताओं की सतत मेहनत से इस षड्यंत्र को विफल किया गया।
हालांकि बिहार के अन्य क्षेत्रों में बसपा उम्मीदवारों को जीत नहीं मिली, लेकिन मायावती ने कार्यकर्ताओं से कहा कि वे बिहार में लगातार जुटे रहें ताकि डॉ. भीमराव अंबेडकर और कांशीराम के आदर्शों—‘सर्वजन हिताय, सर्वजन सुखाय’—को साकार किया जा सके।
नोएडा में आगामी शक्ति प्रदर्शन
बिहार चुनाव के बाद पार्टी कार्यकर्ताओं और समर्थकों का मनोबल बनाए रखने के लिए मायावती 6 दिसंबर को नोएडा में रैली को संबोधित कर सकती हैं। यह दिन डॉ. भीमराव अंबेडकर के परिनिर्वाण दिवस के अवसर पर आयोजित किया जा रहा है। पार्टी ने रैली की तैयारियां शुरू कर दी हैं और जिलों से कार्यकर्ताओं की सूची मंगाई गई है। इस रैली में मायावती के साथ आकाश आनंद भी उपस्थित रहेंगे।
पिछले वर्ष 9 अक्टूबर को कांशीराम के परिनिर्वाण दिवस पर लखनऊ में आयोजित रैली में लाखों लोग शामिल हुए थे। आगामी रैली में भी बसपा कार्यकर्ताओं की बड़ी भागीदारी की उम्मीद है, जिससे पार्टी की सक्रियता और संगठन शक्ति का प्रदर्शन होगा।