लखनऊ। परिषदीय विद्यालयों में शिक्षकों के विरोध के बावजूद बेसिक शिक्षा विभाग ने छात्रों की डिजिटल हाजिरी प्रणाली को सख्ती से लागू करने की दिशा में कदम तेज कर दिए हैं। विभाग ने आदेश जारी कर सभी स्कूलों से कहा है कि तीन दिनों के भीतर प्रत्येक बच्चे की उपस्थिति प्रेरणा पोर्टल पर अपलोड की जाए। फिलहाल, राज्यभर में केवल 19.39 प्रतिशत छात्रों की उपस्थिति ही पोर्टल पर दर्ज की जा रही है।
विभागीय सख्ती के खिलाफ शिक्षक संगठनों ने एक नवंबर को जिला स्तर पर प्रदर्शन करने की घोषणा की है।
शिक्षा महानिदेशक मोनिका रानी ने 27 अक्तूबर की डिजिटल उपस्थिति रिपोर्ट साझा करते हुए बताया कि प्रदेश के 1,32,827 विद्यालयों में से अब तक 1,29,12,651 छात्रों का डाटा अपलोड किया गया है। उन्होंने बताया कि कुछ जिलों में प्रदर्शन बेहतर है, जबकि कई जिलों में स्थिति बेहद कमजोर बनी हुई है।
सबसे बेहतर प्रदर्शन करने वाले जिले:
कौशांबी (90.35%), प्रयागराज (83.15%), अलीगढ़ (71.98%), बागपत (74.74%), फिरोजाबाद (65.43%), भदोही (69.76%), मऊ (54.94%) और मिर्जापुर (66.11%)।
सबसे खराब स्थिति वाले जिले:
महोबा (0%), बहराइच (0.33%), गोंडा (0.35%), महाराजगंज (0.29%), बदायूं (0.17%), शाहजहांपुर (1.76%), बांदा (1.33%), उन्नाव (0.51%), मुरादाबाद (1.26%), बिजनौर (1.65%) और अमरोहा (1.93%)।
महानिदेशक ने सभी एडी बेसिक, बीएसए और खंड शिक्षा अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि निर्धारित समय में डिजिटल रजिस्टर से प्रेरणा पोर्टल पर उपस्थिति अपलोड कराना सुनिश्चित करें। विभाग का कहना है कि यह व्यवस्था छात्रों की नियमित उपस्थिति और पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक है।