मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को आगरा मंडल के सार्वजनिक प्रतिनिधियों और संगठन पदाधिकारियों के साथ विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) की प्रगति की विस्तृत समीक्षा की। बैठक में उन्होंने मुरादाबाद की कुंदरकी, शामली की कैराना और नजीबाबाद जैसी विधानसभा सीटों का उदाहरण देते हुए कहा कि कुछ क्षेत्रों में लगभग सौ प्रतिशत एसआईआर पूरा हो चुका है। इनमें ज्यादातर सीटें विपक्ष के प्रभाव वाले क्षेत्रों में आती हैं। उन्होंने जोर देकर कहा कि चुनाव में बढ़त पाने के लिए हर समर्थक वोटर का पता लगाकर उसे मतदाता सूची में जोड़ना अनिवार्य है।

मंडलायुक्त सभागार में शाम 4:26 बजे शुरू हुई इस समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री ने आगरा शहर की तीन सीटों, मथुरा-वृंदावन, फिरोजाबाद और मैनपुरी शहर में एक लाख से अधिक मतदाताओं तक सत्यापन न पहुंच पाने पर नाराजगी जताई। उन्होंने संबंधित विधायकों और संगठन पदाधिकारियों को निर्देश दिया कि बूथ कमेटियों के साथ महापौर और पार्षदों को भी इस अभियान में सक्रिय रूप से लगाया जाए।

मुख्यमंत्री ने कड़े शब्दों में कहा कि अगले कुछ दिनों तक किसी तरह के आयोजन या दावत से दूरी रखते हुए पूरी ऊर्जा एसआईआर कार्य में लगाई जाए। उन्होंने उदाहरण देते हुए मैनपुरी के करहल सीट से प्रत्याशी रहे अनुजेश प्रताप सिंह यादव का नाम लिया और कहा कि बेहतर सत्यापन और वोटरों को जोड़ने के प्रयास से मामूली अंतर वाली हार को भी जीत में बदला जा सकता है।

बैठक में मुख्यमंत्री ने विधानसभा क्षेत्रवार एसआईआर की स्थिति का आकलन किया और विधायकों से बूथ समितियों को सक्रिय कर स्वयं भी अभियान में जुटने की अपेक्षा जताई। बैठक से पहले महानगर अध्यक्ष राजकुमार गुप्ता और जिलाध्यक्ष प्रशांत पोनिया ने मुख्यमंत्री को स्मृति चिह्न भेंट किया। इस अवसर पर क्षेत्र के सांसद, विधायक, जिलाध्यक्ष, ब्रज क्षेत्र अध्यक्ष दुर्विजय सिंह शाक्य और प्रदेश उपाध्यक्ष ब्रज बहादुर भारद्वाज सहित अन्य पदाधिकारी मौजूद रहे।