हमीरपुर (उ.प्र.) – जिले में शनिवार सुबह एक मानवता को झकझोरने वाला मामला सामने आया। यमुना पुल की मरम्मत के चलते सुबह 6:10 बजे से वाहनों का आवागमन रोक दिया गया। इसी दौरान लगभग 6:44 बजे एक भाजपा विधायक की कार को पुल पार कराया गया, जबकि लगभग तीन घंटे बाद 9:30 बजे एक मजदूर अपनी मां के शव को एंबुलेंस में लेकर पहुंचा, लेकिन उसे पुल पार करने की अनुमति नहीं दी गई।
परिजनों के मुताबिक, एंबुलेंस को रोके जाने के बाद मजबूरी में बेटे को स्ट्रेचर पर मां का शव रखकर एक किलोमीटर लंबा पुल पैदल पार करना पड़ा। इसके बाद शव को ऑटो से गांव ले जाया गया। मृतका की पहचान टेढ़ा गांव निवासी 63 वर्षीय शिव देवी के रूप में हुई है।
विधायक ने कार में मौजूदगी से किया इनकार
विधायक की ओर से बयान आया है कि वे उस समय कार में नहीं थे और उनका बीमार भाई व पिता इलाज के लिए कानपुर गए थे। हालांकि, स्थानीय लोगों का कहना है कि पुल बंद होने के बावजूद VIP वाहन को पार कराना और आमजन को रोके जाना दोहरे मानकों का संकेत है।
मरम्मत कार्य के कारण पुल दो दिन बंद
शनिवार सुबह से दो दिनों के लिए यमुना पुल पर यातायात रोक दिया गया था। मरम्मत कार्य के तहत पिलर नंबर 10 की दो बेयरिंग बदली गईं और छह की मरम्मत व ग्रीसिंग की गई। पुल से पैदल आने-जाने की अनुमति थी, इसलिए श्रमिक का बेटा स्ट्रेचर खींचते हुए पैदल ही पुल पार करने को मजबूर हुआ।
विकल्पी मार्ग पर वाहन चालकों की परेशानी
पुल बंद होने से वाहनों को कुरारा-मनकी मार्ग से होकर मूसानगर भेजा जा रहा है, जहां रास्ता संकरा और जर्जर है। करीब 25 किलोमीटर के इस रास्ते में दस किलोमीटर सड़क गड्ढों से भरी है, जिससे यात्रियों को दो घंटे तक का समय लग रहा है।
अस्थायी मार्ग की खराब हालत ने बढ़ाई मुश्किलें
साइट इंजीनियर पंकज सिंह के अनुसार, पिलर 10 पर शनिवार को मरम्मत कार्य हुआ और रविवार से कोठी नंबर 8 पर कार्य शुरू किया जाएगा। वहीं, सिमरा से मिश्रीपुर तक का चार किलोमीटर का इलाका दलदली मिट्टी से भरा होने के कारण छोटे वाहन तक फंस रहे हैं। दरोगा राजेंद्र प्रसाद ने बताया कि इस रूट पर लोडेड ट्रकों की आवाजाही नहीं हो रही, जबकि खाली ट्रक ही किसी तरह पार कर पा रहे हैं।