केजीएमयू में एक महिला रेजिडेंट डॉक्टर से जुड़े कथित धर्मांतरण के प्रयास का मामला लगातार गंभीर होता जा रहा है। विभिन्न सामाजिक संगठनों और नेशनल मेडिकोज ऑर्गेनाइजेशन के विरोध के बीच शनिवार को राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष बबीता सिंह चौहान ने केजीएमयू की कुलपति डॉ. सोनिया नित्यानंद से मुलाकात कर पूरे प्रकरण की समीक्षा की।

बैठक के दौरान आयोग अध्यक्ष ने अब तक की जांच की स्थिति की जानकारी ली और विशाखा समिति द्वारा तैयार की गई रिपोर्ट का अध्ययन किया। बबीता सिंह चौहान ने कहा कि सामने आए प्रारंभिक तथ्यों से संकेत मिलते हैं कि मामला किसी एक व्यक्ति तक सीमित नहीं हो सकता। इसके पीछे किसी संगठित गतिविधि की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता।

उन्होंने कहा कि केजीएमयू जैसे प्रतिष्ठित चिकित्सा और शिक्षण संस्थान में इस तरह की घटना चिंताजनक है और इससे संस्थान की साख पर प्रतिकूल असर पड़ता है। आयोग इस मामले पर लगातार निगरानी रखे हुए है, ताकि पीड़िता को न्याय मिल सके और जिम्मेदार लोगों के खिलाफ सख्त कदम उठाए जाएं।

पीड़िता से संवाद की कोशिश जारी
राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष ने बताया कि आयोग पीड़िता के पक्ष में हरसंभव प्रयास कर रहा है। उससे संपर्क स्थापित करने की कोशिशें जारी हैं। यदि पीड़िता आयोग के समक्ष अपनी बात रखती है, तो उसे हर स्तर पर आवश्यक सहायता और मार्गदर्शन प्रदान किया जाएगा। आयोग उसके साथ खड़ा है।