लखनऊ। जैतपुर माझा प्राथमिक विद्यालय में बीएलओ के रूप में तैनात सहायक अध्यापक विपिन यादव (35) ने मंगलवार सुबह संदिग्ध परिस्थितियों में जहरीला पदार्थ निगल लिया। गंभीर हालत में उन्हें इलाज के लिए लखनऊ के केजीएमयू ले जाया गया, लेकिन उपचार के दौरान उनकी मौत हो गई।

घटना के कुछ घंटे बाद सोशल मीडिया पर उनका एक 22 सेकंड का वीडियो वायरल हुआ, जिसमें वह अधिकारियों पर दबाव डालने का आरोप लगाते नजर आए। वीडियो में विपिन यादव ने सल्फास खाने का दावा करते हुए कहा कि उन्हें दबाव महसूस हुआ। हालांकि, जिला मजिस्ट्रेट प्रियंका निरंजन ने इस दावे को खारिज करते हुए कहा कि प्रारंभिक जांच में यह मामला पारिवारिक विवाद प्रतीत होता है। पूरे मामले की जांच सिविल रेजिस्ट्रार ऑफिस (सीआरओ) को सौंपी गई है।

विपिन यादव जौनपुर जिले के सरायख्वाजा, ग्राम मल्हनी के रहने वाले थे। उन्हें 1 जुलाई 2024 को नवाबगंज के प्राथमिक विद्यालय में सहायक अध्यापक नियुक्त किया गया था। वह अपनी पत्नी सीमा यादव और चार साल के बेटे के साथ नवाबगंज में किराये के कमरे में रह रहे थे।

विशेष अभियान के दौरान उन्हें बूथ संख्या 326, प्राथमिक पाठशाला खेमपुर में बीएलओ के रूप में तैनात किया गया था। मंगलवार सुबह नाश्ता करने के बाद उन्होंने अपने साथी शिक्षक को बताया कि उन्होंने जहर खा लिया है। साथी शिक्षक उन्हें तत्काल नवाबगंज के निजी अस्पताल ले गए। हालत न सुधरने पर उन्हें गोंडा मेडिकल कॉलेज और फिर लखनऊ के केजीएमयू भेजा गया।

डीएम प्रियंका निरंजन ने स्पष्ट किया कि वीडियो में लगाए गए दबाव के आरोपों की पुष्टि नहीं हुई है। उन्होंने कहा कि मामले की जांच पूरी पारदर्शिता के साथ की जाएगी और रिपोर्ट के आधार पर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।