उन्नाव। जिले के प्रभारी मंत्री और पशुधन मंत्री धर्मपाल सिंह ने रविवार को बरेली हिंसा पर सख्त रुख अपनाते हुए कहा कि जो लोग कानून तोड़ते हैं, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी। उन्होंने साफ कहा, 'पत्थर फेंकने वालों पर फूल नहीं, कानून का डंडा बरसेगा।'

रविवार को पन्नालाल सभागार में अधिकारियों के साथ कोर कमेटी की बैठक के बाद मीडिया से बातचीत में मंत्री धर्मपाल सिंह ने कहा कि बरेली में तौफीक रजा खान ने भीड़ को भड़काया था जिसके बाद दुकानों को नुकसान पहुंचाया गया और पुलिस पर पत्थरबाजी की गई। उन्होंने कहा कि प्रशासन ऐसे सभी उपद्रवियों के खिलाफ बिना किसी भेदभाव के कार्रवाई करेगा।

मंत्री ने आगे कहा कि हर व्यक्ति को अपने धर्म का पालन करने, नमाज पढ़ने और धार्मिक नारे लगाने का अधिकार है, लेकिन हिंसा किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने कहा, 'कानून धर्म या मजहब देखकर नहीं चलता, यह सिर्फ यह देखता है कि गलती किसने की है।'

कांवड़ यात्रा को लेकर पूछे गए सवाल पर धर्मपाल सिंह ने बताया कि यह यात्रा पूरी तरह धार्मिक और शांतिपूर्ण परंपरा का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि अगर कोई कांवड़िया भी कानून तोड़ेगा, तो उस पर भी वैसी ही कार्रवाई होगी जैसी किसी और के खिलाफ होती है।

सपा प्रमुख अखिलेश यादव के “लोकतंत्र की हत्या” वाले बयान पर मंत्री ने पलटवार करते हुए कहा कि भाजपा सरकार पारदर्शी और न्यायसंगत तरीके से काम कर रही है। उन्होंने कहा कि यह राजनीति का स्वर्णिम युग है। पीएम मोदी कर्मयोगी हैं और सीएम योगी जनयोगी हैं। यह योगियों की सरकार है, ढोंगियों की नहीं।

इसके साथ ही मंत्री ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में प्रदेश सरकार जनजातीय समाज की आर्थिक, शैक्षिक और सामाजिक प्रगति के लिए कई योजनाएं चला रही है। उन्होंने कहा कि “वन धन योजना, बांदा मेडिकल कॉलेज का नाम रानी दुर्गावती के नाम पर रखना और जनजातीय उत्पादों को राष्ट्रीय- अंतरराष्ट्रीय बाजार से जोड़ना यह सब भाजपा सरकार की जनजातीय सशक्तिकरण के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाता है।”