लखनऊ। उत्तर प्रदेश गन्ना विकास विभाग ने राज्य में गन्ना उत्पादन बढ़ाने के उद्देश्य से उन्नत बीज की उपलब्धता को बढ़ाने की योजना बनाई है। वर्तमान में संचालित 10 टिश्यू कल्चर लैब (ऊतक संवर्धन प्रयोगशालाओं) में सालाना 15.90 लाख गन्ना बीज का उत्पादन होता है। अब विभाग ने 27 नई लैब स्थापित करने का प्रस्ताव तैयार किया है, जिनकी स्थापना 17 जिलों की चीनी मिलों में की जाएगी। इन लैबों के संचालन के बाद बीज गन्ना उत्पादन में बड़ी वृद्धि होने की उम्मीद है।
उत्तर प्रदेश में टिश्यू कल्चर तकनीक के तहत गन्ना बीज उत्पादन की शुरुआत 1990 में शाहजहांपुर के गन्ना शोध परिषद से हुई थी। उस समय प्रति वर्ष 40 हजार पौधों का उत्पादन किया जाता था। इसके बाद से अब तक बिजनौर, मेरठ, लखीमपुर, बरेली, आजमगढ़, बाराबंकी, सीतापुर और हरदोई समेत अन्य जिलों में 11 और लैब स्थापित की जा चुकी हैं।
टिश्यू कल्चर बीज की विशेषताएं
टिश्यू कल्चर तकनीक से तैयार बीज सामान्य बीज की तुलना में अधिक शुद्ध, रोग प्रतिरोधक और उच्च गुणवत्ता वाले होते हैं। इससे फसल उत्पादन में भी वृद्धि होती है। गन्ना विभाग वर्ष 2047 के विजन के तहत इन बीजों की उपलब्धता को दोगुना करने का लक्ष्य रखता है।
नई लैबों की योजना
नई लैबों की स्थापना के प्रस्ताव के अनुसार, बिजनौर और मुजफ्फरनगर में चार-चार, बुलंदशहर, सीतापुर, बहराइच और कुशीनगर में दो-दो, जबकि शामली, सहारनपुर, बागपत, रामपुर, अमरोहा, बरेली, पीलीभीत, लखीमपुर, अयोध्या, गोरखपुर और महाराजगंज में एक-एक लैब स्थापित की जाएगी। चीनी मिलों को शीघ्र संचालन शुरू करने के निर्देश दिए गए हैं।
गन्ना आयुक्त मिनिस्त्री एस. ने सभी परिक्षेत्रीय उप गन्ना आयुक्तों को टिश्यू कल्चर लैब की संभावनाओं का सर्वेक्षण करने और नई लैबों की स्थापना के लिए पहल करने का निर्देश भी दिया है।
जिलेवार प्रस्तावित लैबें
मुजफ्फरनगर में खतौली, मंसूरपुर, टिकौला और खाई खेड़ी, बिजनौर में धामपुर, स्योहारा, बुंदकी और चांगीपुर, बुलंदशहर में सावितगढ़ और अगौता, सीतापुर में बिसवां और रामगढ़, बहराइच में परसेंडी और जरवलरोड, कुशीनगर में हाटा और रामकोला (पी.) चीनी मिल में लैब शुरू की जाएगी। इसके अलावा सहारनपुर (शेरमऊ), शामली (ऊन), बागपत (मलकपुर), रामपुर (मिलकनारायनपुर), अमरोहा (धनौरा), बरेली (मीरगंज), लखीमपुर (ऐरा), अयोध्या (मोतीनगर), गोरखपुर (पिपराइच), महाराजगंज (सिसवाबाजार) और पीलीभीत में भी नई टिश्यू कल्चर लैबें स्थापित की जाएंगी।