लखनऊ। भाजपा के नवनियुक्त प्रदेश अध्यक्ष पंकज चौधरी ने मंगलवार को प्रदेश मुख्यालय में अपनी पहली प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान संगठन और कार्यकर्ताओं के प्रति अपने दृष्टिकोण को स्पष्ट किया। चौधरी ने कहा कि उनका काम करने का तरीका पारदर्शी और सभी की सहमति से होगा। उनके लिए कार्यकर्ता ही संगठन की रीढ़ हैं और उनका सम्मान सर्वोपरि है।
टीम व कार्यकर्ताओं पर भरोसा
प्रदेश अध्यक्ष ने कहा, “मैं अपनी पूरी टीम के सभी सदस्यों को साथ लेकर चलने का प्रयास करूंगा। मेरे लिए कार्यकर्ता ही सब कुछ हैं और उनके मान-सम्मान के लिए काम करना ही मेरा लक्ष्य है।” उन्होंने यह भी बताया कि 35 साल के राजनीतिक अनुभव ने उन्हें यही सिखाया है कि संगठन की मजबूती कार्यकर्ताओं की सक्रिय भागीदारी और सम्मान पर निर्भर करती है।
भविष्य की प्राथमिकताएं और कार्यक्रम
चौधरी ने आगामी पार्टी कार्यक्रमों की जानकारी देते हुए कहा कि 25 दिसंबर को भारत रत्न और पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी जी की जयंती पर 25 से 31 दिसंबर तक सुशासन दिवस मनाया जाएगा। इस दौरान पीएम नरेंद्र मोदी प्रेरणा स्थल का लोकार्पण 25 दिसंबर को किया जाएगा। अगले दिन 26 दिसंबर को पार्टी वीर बाल दिवस समारोह मनाएगी। उन्होंने कहा कि एसआईआर सहित सभी विभागों में कार्यकर्ता सक्रिय रूप से लगे हैं।
पद और संगठनात्मक जिम्मेदारियां
गोरखपुर क्षेत्र से प्रदेश अध्यक्ष बनने के सवाल पर चौधरी ने कहा कि भाजपा में पद और जिम्मेदारियां कार्यकर्ताओं की क्षमता के आधार पर दी जाती हैं। उन्होंने कहा, “जहां जैसी जरूरत होती है, वहां वैसे कार्यकर्ताओं की तैनाती की जाती है। आवश्यकता के अनुसार बाहरी लोगों को भी पद मिल सकते हैं।”
सपा के पीडीए पर टिप्पणी
सपा के पीडीए गठबंधन पर चौधरी ने कहा कि यह एक पारिवारिक दल गठबंधन है। उन्होंने कहा कि यूपी, बिहार और बंगाल समेत कई जगह ऐसे गठबंधन हैं, जबकि भाजपा लोकतांत्रिक परंपरा का पालन करती है। चौधरी ने उदाहरण देते हुए कहा कि भाजपा ने 1984 में कल्याण सिंह को नेता विरोधी दल और 1991 में मुख्यमंत्री बनाया, जबकि सपा में वरिष्ठ नेताओं के होते हुए अखिलेश यादव मुख्यमंत्री बने।