मेरठ। शहर के नामी स्टील कारोबारी हाजी सईद के ठिकानों पर मंगलवार दोपहर स्टेट जीएसटी विभाग ने बड़ी कार्रवाई की। टीम ने एक साथ छह स्थानों पर छापेमारी की, जिसमें कारोबारी के घर, गोदाम और फैक्ट्री शामिल हैं। प्राथमिक जांच में बिलिंग में गड़बड़ी और फर्जी बिलों के जरिये टैक्स चोरी की आशंका सामने आई है। देर रात तक जांच और दस्तावेजों की पड़ताल जारी रही।

जानकारी के अनुसार, स्टेट जीएसटी की छह टीमों में करीब 20 अधिकारी और 30 कर्मचारियों के साथ स्थानीय पुलिस बल भी शामिल था। टीम ने दोपहर 12 से 1 बजे के बीच अलग-अलग स्थानों पर एक साथ दबिश दी। सबसे पहले पुराने शहर के जली कोठी इलाके में स्थित मुख्य गोदाम पर जांच शुरू की गई। वहीं, हाल ही में बने पटेल नगर स्थित नए आवास और बिजली बंबा बाईपास पर लोहे की चादर बनाने की फैक्ट्री में भी रिकार्ड खंगाला गया।

अधिकारियों ने बताया कि टीम ने जमीन खरीद से जुड़े दस्तावेज, बिल बुक, कंप्यूटर डेटा और बैंक रिकॉर्ड को खंगाला है। शुरुआती जांच में कंप्यूटर सिस्टम में बिलिंग संबंधी अनियमितताएं मिली हैं। विभाग पिछले दो महीनों से इस कारोबार से जुड़े वित्तीय लेनदेन की निगरानी कर रहा था।

विभागीय सूत्रों के अनुसार, कारोबारी से जुड़े एक आईटीओ मंडप में भी दस्तावेजों की जांच की गई है। जांच टीम को शक है कि इन प्रतिष्ठानों का उपयोग इनवॉइस रोटेशन और फर्जी खरीद के माध्यम से टैक्स चोरी के लिए किया गया है।

जीएसटी कमिश्नर हरिराम चौरसिया ने बताया कि “जली कोठी समेत छह स्थानों पर जांच जारी है। दस्तावेजों की विस्तृत जांच के बाद टैक्स चोरी की राशि और कार्रवाई के संबंध में आधिकारिक जानकारी साझा की जाएगी।”

संभावना जताई जा रही है कि बुधवार को विभाग टैक्स चोरी के मामले में बड़ा खुलासा कर सकता है।