खंडवा जिले की धार्मिक नगरी ओंकारेश्वर में रविवार का दिन नर्मदा नदी में हुए हादसों के नाम रहा। दो अलग-अलग घाटों पर हुए जल दुर्घटनाओं में चार युवक डूबे, जिनमें से दो को बचा लिया गया, जबकि एक की मौत हो गई और एक अब तक लापता है। गोताखोरों की टीम उसकी तलाश में जुटी हुई है।
दो मित्रों की जान बचाकर खुद डूब गया कृष्णा
पहली घटना नर्मदा-कावेरी संगम घाट की है, जहां नासिक जिले के मालेगांव निवासी 32 वर्षीय कृष्णा पवार अपने दो दोस्तों के साथ परिवार के सदस्य की अस्थियां विसर्जित करने पहुंचे थे। घाट पर पानी कम होने के कारण वे गहराई की ओर बढ़ गए, जहां अचानक तीनों डूबने लगे। कृष्णा ने हिम्मत दिखाते हुए अपने दोनों साथियों को बाहर निकाल दिया, लेकिन खुद गहराई में समा गए। मौके पर मौजूद स्थानीय नाविकों ने बचाए गए युवकों को सुरक्षित बाहर निकाला, जबकि कृष्णा की तलाश में गोताखोर जुटे हैं।
स्नान करते समय डूबे जयपुर निवासी अनिल मीणा
दूसरी घटना ब्रह्मपुरी घाट के पास ओंकारेश्वर बांध के समीप हुई। जयपुर निवासी 25 वर्षीय अनिल मीणा स्नान के दौरान गहरे पानी में चले गए और डूबने लगे। स्थानीय नाविकों ने तुरंत उन्हें बाहर निकाला और अस्पताल पहुंचाया, लेकिन डॉक्टरों ने जांच के बाद उन्हें मृत घोषित कर दिया। जानकारी के अनुसार, अनिल जयपुर की एक फाइनेंस कंपनी में कार्यरत थे और अवकाश के दौरान ओंकारेश्वर की आध्यात्मिक यात्रा पर आए थे, जो उनकी अंतिम यात्रा साबित हुई।