तेल एवं गैस कंपनियों के शेयरों में लिवाली और चुनिंदा वित्तीय स्टॉक में मजबूती के बीच घरेलू इक्विटी बाजार ने गुरुवार को लगातार दूसरे दिन बढ़त दर्ज की। विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों की ताज़ा खरीदारी ने भी बाजार की धारणा को सहारा दिया।

बीएसई सेंसेक्स दिनभर के उतार–चढ़ाव के बाद 446.21 अंक (0.52%) की बढ़त के साथ 85,632.68 पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान यह 615 अंक उछलकर 52 सप्ताह के उच्च स्तर 85,801.70 तक पहुंच गया। वहीं, एनएसई निफ्टी भी 139.50 अंक (0.54%) बढ़कर 26,192.15 पर बंद हुआ।

रुपये पर दबाव जारी

विदेशी मुद्रा बाज़ार में रुपये पर दबाव बना रहा और यह डॉलर के मुकाबले 23 पैसे फिसलकर 88.71 पर बंद हुआ। विश्लेषकों का कहना है कि वैश्विक बाजारों के सकारात्मक संकेतों ने भारतीय सूचकांकों को वर्ष के उच्च स्तर छूने में मदद की।

सेंसेक्स के दिग्गज शेयरों का हाल

सेंसेक्स पैक में बजाज फाइनेंस, बजाज फिनसर्व, रिलायंस इंडस्ट्रीज़, एचडीएफसी बैंक, टेक महिंद्रा और एक्सिस बैंक सबसे मजबूत प्रदर्शन करने वाले शेयर रहे।
वहीं दूसरी ओर, एशियन पेंट्स, एचसीएल टेक, टाइटन और हिंदुस्तान यूनिलीवर पर दबाव देखने को मिला।

भारत-अमेरिका व्यापार वार्ता से बाजार में उत्साह

जियोजित इन्वेस्टमेंट्स लिमिटेड के रिसर्च हेड विनोद नायर ने कहा कि भारत-अमेरिका व्यापार वार्ता में प्रगति को लेकर बढ़ती उम्मीदों ने निवेशकों का विश्वास बढ़ाया है। मजबूत वैश्विक संकेत, ताज़ा एफआईआई निवेश और आईटी, ऑटो तथा वित्तीय क्षेत्र के शेयरों की मजबूती ने भी बाज़ार की रफ्तार बढ़ाई।

वैश्विक बाजारों से मिले मिले-जुले संकेत

एशियाई बाजारों में दक्षिण कोरिया का कोस्पी, जापान का निक्केई और हांगकांग का हैंग सेंग हरे निशान में रहे, जबकि चीन का एसएसई कंपोजिट दबाव में बंद हुआ। यूरोपीय बाजारों ने भी सकारात्मक रुख दिखाया। अमेरिकी बाजार बुधवार को बढ़त के साथ बंद हुए थे।

कच्चे तेल की कीमतों में उछाल

अंतरराष्ट्रीय बाजार में ब्रेंट क्रूड 0.83% चढ़कर 64.03 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया। विदेशी संस्थागत निवेशकों ने बुधवार को 1,580 करोड़ रुपये से ज्यादा की खरीदारी की, जबकि घरेलू संस्थागत निवेशकों ने भी 1,360 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे।
पिछले सत्र में सेंसेक्स 513 अंक और निफ्टी 142 अंक की बढ़त पर बंद हुए थे।