भारतीय रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने अहम फैसला लिया है। रिजर्व बैंक ने रियल टाइम ग्रॉस सेटलमेंट (RTGS) की सुविधा कल से 24 घंटे यानी हर वक्त उपलब्‍ध कराने का ऐलान किया है। यह सेवा 14 दिसंबर की रात में साढ़े 12 बजे से ग्राहकों के लिए हर वक्त उपलब्ध रहेगी। 

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आइए इस सुविधा के बारे में विस्‍तार से 10 पॉइंट में जानते हैं-

1. भारतीय रिजर्व बैंक के मुताबिक 14 दिसंबर से आरटीजीएस की सुविधा सातों दिन 24 घंटे उपलब्ध होगी। मतलब ये कि आप कभी भी और किसी भी वक्‍त आरटीजीएस के जरिए पैसे ट्रांसफर कर सकेंगे। इसके बाद भारत उन चुनिंदा देशों में शामिल हो जाएगा, जहां यह सुविधा दिन रात काम करती है।

2. RBI के गवर्नर शक्तिकांत दास का कहना है कि कोरोना काल में ऑनलाइन ट्रांजैक्शन में काफी तेजी आई है। जिसके बाद आरबीआई ने RTGS की सुविधा 24*7 घंटे उपलब्ध कराने का फैसला किया। 

3. आरबीआई ने भारतीय वित्तीय बाजार के ग्लोबल इंटीग्रेशन की कोशिशों को सहारा देने के लिए आरटीजीएस की टाइमिंग बढ़ाने का फैसला किया था।

4. आरटीजीएस डिजिटल फंड ट्रांसफर करने का एक तरीका है। इसकी मदद से बेहद कम समय में पैसे ट्रांसफर हो जाते हैं।

5 RTGS का उपयोग मुख्य रूप से बड़ी राशि के ट्रांसफर के लिए होता है। इसके तहत न्यूनतम 2 लाख रुपये भेजे जा सकते हैं। अधिकतम राशि भेजने की सीमा 10 लाख रुपये है।

6. आरबीआई ने आरटीजीएस के जरिए 2 लाख से 5 लाख तक का फंड ट्रांसफर करने के लिए अधिकतम शुल्क 24.5 रुपये रखा है और 5 लाख से अधिक के फंड ट्रांसफर के लिए बैंक अधिकतम 49.5 रुपये का शुल्क ले सकता है। इस पर जीएसटी भी देनी पड़ती है।

8. यह सुविधा रियल टाइम के आधार पर होता है। प्रत्येक लेनदेन RTGS के मामले में व्यक्तिगत रूप से तय किया जाता है।

9. वर्तमान में, आरटीजीएस लेन-देन की सुविधा ग्राहकों के लिए सप्ताह के सभी कार्य दिवसों में सुबह 7 बजे से शाम 6 बजे तक उपलब्ध है, हर महीने के दूसरे और चौथे शनिवार को छोड़कर यह सुविधा दी जाएगी। 

10. RBI ने RTGS के जरिए जुलाई 2019 से लेनदेन पर शुल्क लगाना बंद कर दिया है।  RBI ने COVID-19 महामारी के मद्देनजर 1 जनवरी 2021 से प्वाइंट ऑफ सेल (PoS) टर्मिनलों के जरिए कॉन्टैक्टलेस कार्ड लेन-देन की सीमा 5,000 से बढ़ाकर 2,000 करने का फैसला किया है।