पत्रकार पर हमला करने को लेकर मोहन बाबू पर केस दर्ज

दिग्गज तेलुगु अभिनेता मोहन बाबू पर आज 11 दिसंबर को केस दर्ज किया गया है। दरअसल, बीते दिन यानी मंगलवार, 10 दिसंबर, 2024 की शाम को मोहन बाबू पर रंगारेड्डी जिले के जलपल्ली में अपने आवास पर एक पत्रकार पर हमला करने का आरोप लगाया गया। यह घटना शाम करीब 7:50 बजे हुई, जब पत्रकार अन्य मीडिया कर्मियों के साथ अभिनेता और उनके बेटे और अभिनेता मांचू मनोज के बीच चल रहे विवाद को कवर कर रहे थे।

मोहन बाबू ने किया पत्रकार पर हमला
मोहन बाबू ने मंगलवार को हैदराबाद में अपने घर पर संपत्ति विवाद को लेकर तनाव और ड्रामा के बीच एक मीडियाकर्मी पर हमला किया। पत्रकार को अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा और उसकी जाइगोमैटिक हड्डी में कई फ्रैक्चर हो गए। वरिष्ठ अभिनेता के खिलाफ मारपीट के आरोप में एफआईआर दर्ज की गई है। दरअसल, एक न्यूज चैनल के रिपोर्टर द्वारा अपने अभिनेता बेटे मांचू मनोज के साथ चल रहे विवाद के बारे में पूछे जाने पर भड़के पूर्व सांसद मोहन बाबू ने माइक छीन लिया और गाली-गलौज करते हुए उस पर हमला कर दिया।

अस्पताल में भर्ती पत्रकार
पत्रकार रंजीत कुमार को शमशाबाद अस्पताल में भर्ती कराया गया है और उन्हें तीन फ्रैक्चर हुए हैं। हमले के बाद रंजीत की शिकायत के आधार पर पहाड़ी शरीफ पुलिस स्टेशन ने भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 118(1) (स्वेच्छा से चोट पहुंचाना) के तहत एक प्राथमिकी दर्ज की। यह घटना तब हुई जब मनोज को घर में घुसने से मना कर दिया गया और वह जलपल्ली स्थित अपने परिवार के घर में घुसने के लिए गेट तोड़कर घुस गए।

मोहन बाबू पर केस दर्ज
मोहन बाबू के बड़े बेटे और अभिनेता मांचू विष्णु के विदेश से आने के बाद मंगलवार सुबह से ही जलपल्ली में मांचू परिवार में फिल्मी ड्रामा जैसा माहौल है। एफआईआर में कहा गया है, ‘जब वे अपना पत्रकारीय कर्तव्य निभा रहे थे, मोहन बाबू ने उनसे आक्रामक तरीके से भिड़ंत की, जानबूझकर माइक (स्टील पाइप और धातु के लोगो से बना) छीन लिया और उन पर हमला कर दिया।’

पत्रकारों ने किया विरोध प्रदर्शन का आह्वान
हमले के बाद हैदराबाद में पत्रकारों ने रंजीत पर हमले की निंदा करते हुए बुधवार, 11 दिसंबर को विरोध प्रदर्शन का आह्वान किया है। दिल्ली तेलुगु पत्रकार संघ (DTJA) की ओर से जारी बयान में कहा गया है, ‘प्रेस पर हमला इस महत्वपूर्ण संस्था के प्रति सम्मान की कमी को दर्शाता है और एक बेहद परेशान करने वाली मानसिक स्थिति को दर्शाता है।’

क्या है पूरा मामला
सोमवार को मोहन बाबू के बेटे और अभिनेता मनोज मांचू ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई कि रविवार को उनके आवास पर करीब 10 लोगों ने उन पर हमला किया और उनके भाई विष्णु की मौजूदगी में उनके पिता से बातचीत की। बाद में मनोज अपनी पत्नी के साथ पुलिस महानिदेशक के कार्यालय गए और अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (कानून एवं व्यवस्था) महेश भागवत से मुलाकात की और अपनी जान को खतरा बताया। अभिनेता ने एडीजीपी को पिछले दो दिनों से अपने घर में हो रही घटनाओं के बारे में जानकारी दी और बताया कि उन्हें और उनके परिवार को जान का खतरा है। उन्होंने अपनी पत्नी और बच्चों के लिए सुरक्षा की भी मांग की।

मोहन बाबू और मनोज की लाइसेंसी बंदूकें जब्त
वहीं, पुलिस ने किसी भी घटना को रोकने के लिए मोहन बाबू और मनोज दोनों की लाइसेंसी बंदूकें जब्त कर लीं। इस बीच राचकोंडा के पुलिस आयुक्त जी. सुधीर बाबू ने विष्णु और मनोज को नोटिस जारी कर बुधवार को उनके सामने पेश होने को कहा है। मंगलवार की रात को मोहन बाबू के घर में गिर जाने के बाद पारिवारिक विवाद ने नया मोड़ ले लिया। उनकी पत्नी भी बीमार हो गईं। उन्हें गचीबावली के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया और उनके साथ मांचू विष्णु भी थे।

संपत्ति को लेकर पिता-पुत्र में विवाद
मोहन बाबू ने एक वीडियो भी जारी किया, जिसमें कहा गया कि मनोज का जलपल्ली स्थित घर पर कोई अधिकार नहीं है। उन्होंने कहा कि यह उनकी इच्छा है कि वह अपने तीनों बच्चों में से किसी को घर दें या दान करें। दिग्गज अभिनेता ने वीडियो में कहा कि उन्होंने मनोज की सभी इच्छाएं पूरी कीं, लेकिन उन्होंने उनका दिल तोड़ दिया और उनकी छवि खराब कर दी। मोहन बाबू ने मनोज से कहा कि उनकी वजह से उनकी मां अस्पताल में हैं। इससे पहले पुलिस ने मोहन बाबू और मनोज की शिकायतों पर मामला दर्ज किया है। राचकोंडा पुलिस कमिश्नर को लिखे पत्र में मोहन बाबू द्वारा की गई शिकायत पर पहाड़ी शरीफ पुलिस स्टेशन में मनोज और उनकी पत्नी मोनिका के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था।

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