इजरायल और हमास के बीच दो साल से चल रहे संघर्ष के बाद दोनों पक्ष शांति समझौते पर पहुंच गए हैं। इसके तहत सोमवार से हमास द्वारा कब्जे में रखे गए इजरायली बंधकों की रिहाई शुरू कर दी गई है। पहले चरण में सात इजरायली सैनिकों को मुक्त किया गया।

हमास ने घोषणा की है कि इस चरण में कुल 20 इजरायली बंधकों को रिहा किया जाएगा। सभी बंधकों की सूची भी जारी कर दी गई है, हालांकि इसमें नेपाल के बिपिन जोशी और इजरायली सैनिक तामिर का नाम शामिल नहीं है। इजरायली सेना ने बताया कि रेडक्रॉस की अंतरराष्ट्रीय समिति उत्तरी गाजा पट्टी में बंधकों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाने का काम कर रही है।

सात बंधकों की रिहाई
इजरायली मीडिया के अनुसार, पहले चरण में रिहा किए गए बंधकों में गली और ज़िव बर्मन, मतन अंगरेस्ट, एलन ओहेल, ओमरी मीरान, एतान मोर और गाय गिल्बोआ-दलाल शामिल हैं। बंधकों के लौटने की खबर सुनते ही इजरायली बंधक चौक में भीड़ ने खुशी का इजहार किया।

20 बंधकों की जानकारी
हमास के पास बचे 48 बंधकों में से 20 जीवित होने की संभावना है। इनमें अधिकांश को दक्षिणी इजरायल के किबुत्जिम और नोवा संगीत समारोह स्थल से अपहरण किया गया था। इनमें 24 वर्षीय पियानोवादक अलोन ओहेल, 24 वर्षीय एव्यातार डेविड और 32 वर्षीय अविनातन ओर शामिल हैं।

सैनिक और विदेशी बंधक
सिर्फ नागरिक ही नहीं, इजरायली सैनिक भी हमास के कब्जे में थे। सात अक्टूबर की लड़ाई के दौरान मतन अंगरेस्ट (22) और निम्रोद कोहेन (20) को कैद किया गया था। इसके अलावा, चार विदेशी नागरिक भी बंधक बनाए गए थे, जिनमें तंजानियाई छात्र और दो थाई कर्मचारी शामिल थे, जबकि बिपिन जोशी की स्थिति अभी अज्ञात है।

मृत बंधकों की संख्या
इजरायली अधिकारियों ने फोरेंसिक और खुफिया जानकारी के आधार पर अब तक 26 बंधकों को मृत घोषित किया है। इसके बावजूद जोशी सहित दो बंधकों का पता नहीं चल पाया है।

यह समझौता इजरायल और हमास के बीच लंबे समय से चले आ रहे संघर्ष को खत्म करने और मानवीय बंधकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने की दिशा में एक अहम कदम माना जा रहा है।