पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान को इस्लामाबाद हाईकोर्ट से राहत मिल गई है। दरअसल, अदालत ने इमरान की जमानत याचिका पर सुनवाई करते हुए तीन दिनों की ट्रांजिट जमानत दे दी। जियो न्यूज ने इस बात की जानकारी दी है। बता दें कि इमरान खान पर भड़काऊ भाषण देने का आरोप था और उनके ऊपर गिरफ्तारी की तलवार लटक रही थी। पाकिस्तान सरकार की तरफ से आरोप लगाया गया इमरान भड़काऊ भाषण के जरिए देश की जनता को सरकार, कोर्ट और सेना के खिलाफ भड़काना चाहते थे।
जानें पूरा मामला
मामला 20 अगस्त का बताया जा रहा है। इमरान खान इस्लामाबाद के एफ-9 पार्क में एक जनसभा को संबोधित कर रहे थे। आरोप है कि इस दौरान उन्होंने सुप्रीम कोर्ट के एक जज, कई अफसरों और सरकार के खिलाफ आपत्तिजनक बातें की। इसे सरकार ने भड़काऊ भाषण माना है। आरोप है कि इसके जरिए इमरान खान देश की जनता को सरकार, कोर्ट और सेना के खिलाफ भड़काना चाहते थे। देश में गृह युद्ध कराना चाहते थे।
पहले भाषण के Live प्रसारण पर रोक फिर FIR दर्ज
जैसे ही मामले ने तूल पकड़ना शुरू किया सरकार और पुलिस एक्शन में आ गई। तुरंत इलेक्ट्रॉनिक मीडिया रेगुलेटरी अथॉरिटी (PEMRA) ने इमरान के भाषण के लाइव प्रसारण पर रोक लगा दी। आगे भी उनके भाषणों को लाइव न प्रसारित करने का आदेश जारी किया गया है।
इधर, पुलिस ने मामले में इमरान खान पर एंटी टेररिज्म एक्ट की धारा सात के तहत एफआईआर दर्ज कर ली। इमरान की गिरफ्तारी के लिए पुलिस उनके घर बनीगाला भी पहुंची थी, लेकिन लोगों की भारी भीड़ देखते हुए उसे वापस लौटना पड़ा। इमरान के समर्थकों ने चेतावनी दी है कि अगर इमरान को गिरफ्तार किया जाएगा तो देशभर में बवाल हो जाएगा। इस्लामाबाद पर कब्जा हो जाएगा।
गिरफ्तारी से बचने के लिए इमरान खान ने जमानत याचिका दायर की थी
गिरफ्तारी से बचने के लिए इमरान खान ने सोमवार को इस्लामाबाद हाईकोर्ट में अग्रिम जमानत याचिका दायर की है। इमरान के वकील बाबर अवान और फैसल चौधरी ने उनकी तरफ से ये याचिका दायर की। याचिका में कहा गया था कि इमरान को सत्ताधारी पाकिस्तान डेमोक्रेटिक मूवमेंट (PDM) निशाना बना रहा है। उन्हें भ्रष्टाचार और भ्रष्ट नेताओं के खिलाफ बोलने के कारण टारगेट किया जा रहा है।
भाग खड़े हुए इमरान
वहीं पुलिस की गिरफ्तारी से बचने के लिए इमरान खान भाग खड़े हुए हैं। पाकिस्तानी मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, इमरान पंजाब प्रांत में कहीं सेफ प्लेस पर छिपे हुए हैं। वह लगातार अपने समर्थकों को आगे कर रहे हैं, ताकि सरकार अपने कदम पीछे खींच ले। इमरान की पार्टी, पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के नेताओं ने धमकी देना शुरू कर दिया है।