आंध्र प्रदेश के कर्नूल जिले में 24 अक्टूबर को हुए हैदराबाद-बेंगलुरु बस हादसे में 19 लोगों की मौत के मामले में नया मोड़ सामने आया है। नई सीसीटीवी फुटेज और फॉरेंसिक जांच से पता चला है कि जिस बाइक से बस टकराई थी, उसका सवार हादसे से पहले ही मृत था।
हादसे से पहले हुई थी बाइक सवार की मौत
प्रारंभिक रिपोर्ट में दावा किया गया था कि निजी बस की टक्कर से बाइक सवार शिव शंकर की मौके पर मौत हुई। लेकिन फॉरेंसिक रिपोर्ट और उसके साथी एरी स्वामी के बयान से यह स्पष्ट हुआ कि शंकर पहले ही मर चुका था। कर्नूल के एसपी विक्रांत पाटिल ने बताया कि बाइक सड़क पर फिसलकर डिवाइडर से टकराई थी और शंकर की तुरंत मौत हो गई। स्वामी ने शव को सड़क से हटाया लेकिन बाइक नहीं हटा सका।
CCTV फुटेज में दिखा अमानवीय चेहरा
सीसीटीवी फुटेज में कई वाहन चालक बाइक को देखकर बचते हुए आगे बढ़ते दिखाई दिए, लेकिन किसी ने रुककर मदद नहीं की। स्वामी ने बताया कि दो बसें तो बाइक को बचाकर निकल गईं, लेकिन तीसरी बस तेज रफ्तार में पहुंची। कावेरी ट्रैवल्स की बस 80-100 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से बाइक से टकराई और करीब 200 मीटर तक उसे घसीटती चली गई। इस दौरान बाइक से निकला पेट्रोल और घर्षण के कारण आग लग गई, जिसने स्लीपर कोच को भी अपनी चपेट में ले लिया। यात्रियों को बाहर निकलने का मौका नहीं मिला।
बस कंपनी के खिलाफ जांच तेज
पुलिस ने अब बस कंपनी वी. कावेरी ट्रैवल्स के खिलाफ जांच तेज कर दी है। जांच में पाया गया कि बस को गैरकानूनी तरीके से स्लीपर कोच में बदला गया था, इमरजेंसी दरवाजा काम नहीं कर रहा था और बस में मोबाइल फोन की खेप कार्गो के तौर पर ले जाई जा रही थी। लिथियम बैटरियों से आग फैलने का खतरा भी बना।
जांच एजेंसियां इस हादसे को केवल सड़क दुर्घटना नहीं बल्कि हाईवे सुरक्षा और सिस्टम फेल्योर की विफलता के रूप में देख रही हैं। पुलिस अब उन वाहनों की पहचान कर रही है, जो मौके से गुजरते हुए भी मदद नहीं करने वालों में शामिल थे।